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खुशियों की दास्तान हृदय की गंभीर बीमारी से मुक्त हुआ महेश

महेश धार छतरीपुरा में अपने परिवार के साथ रहते हैं। जो गरीब परिवार से हैं,  हमेशा सीने में दर्द एवं स्वास्थ्य में निरन्तर खराबी के कारण परेशान रहते थे। चूंकि महेश मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं, मजदूरी के दौरान वह हमेशा थकान एवं अस्वस्थ्य महसूस करने लगे। इनके द्वारा स्थानीय स्तर पर उपचार प्राप्त किया, परन्तु स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो रहा था। निरन्तर स्वास्थ्य खराबी के कारण वे मजदूरी करने में असमर्थ से हो गये, जिस कारण इनकी आर्थिक भी गड़बड़ाने लगी एवं परिवार पर आर्थिक एवं मानसिक संकट आने लगा, जिस कारण महेश का परिवार हताश व निराश रहने लगा।
      महेश के परिवार वालों ने महेश की बीमारी के स्थाई उपचार हेतु निजी अस्पताल में जांच करवाई। जांच में पाया कि महेश गंभीर हृदय रोग से ग्रस्त हैं। यदि ऑपरेशन नहीं करवाया गया तो परिणाम बेहद गंभीर हो सकते हैं। हृदय के ऑपरेशन का खर्च लगभग डेढ़ से दो लाख रूपये आयेगा। यह सुनकर महेश के परिवार वाले बेहद चिंतित हो गये कि वे गरीब हैं और इतने सारे रूपये की व्यवस्था तत्काल कैसे कर पायेंगे। यह बात जब गांव के ही किसी रिश्तेदार को पता चली तो उन्होंने महेश के परिवारवालों को बताया कि सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना चलाई जा रही है, जिसमें गरीब परिवार का 5 लाख रूपये तक का उपचार प्रायवेट में किसी भी अस्पताल में करवाया जा सकता है, जिससे प्रेरित होकर महेश के परिवार वाले महेश को लेकर जिला चिकित्सालय  पहुंचे, जहां पर चिकित्सक द्वारा महेश का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनको आयुष्मान कक्ष में पहुंचाया। यहां पर आयुष्मान मित्र द्वारा  उनका आयुष्मान कार्ड बनाकर हृदय के ऑपरेशन हेतु पंजीयन कर सभी प्रकार की आवश्यक कार्यवाही तत्काल की एवं महेश को इन्दौर के प्रायवेट अस्पताल अरविन्दो हॉस्पिटल इन्दौर में भर्ती होने हेतु भेज दिया। चिकित्सकों की टीम द्वारा महेश के हृदय का सफल ऑपरेशन किया गया। हृदय के ऑपरेशन का खर्च शासन द्वारा आयुष्मान भारत निरामयम योजना के अन्तर्गत वहन किया गया। ऑपरेशन के पश्चात महेश को डिस्चार्ज कर दिया गया एवं नियमित फालोअप लिया जा रहा है। अब महेश पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हैं। आयुष्मान भारत योजना के कारण महेश को हृदय की गंभीर बीमारी से मुक्ति मिली। महेश एवं उनका परिवार अब बेहद खुश है कि उनका  निःशुल्क ऑपरेशन सरकार की महत्वाकांशी योजना के अन्तर्गत किया गया और परिवार का एक भी रूपया नहीं लगा। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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