जिला आयुर्वेद चिकित्सालय धार द्वारा संविधान दिवस पर ष्देश के प्रकृति परीक्षण अभियानष् का शुभारंभ’
जिला आयुर्वेद चिकित्सालय धार में 75वां राष्ट्रीय संविधान दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत संविधान की प्रस्तावना पढ़ने और इसके महत्व पर चर्चा के साथ हुई। इस अवसर पर आरएमओ डॉ. अतुल तोमर ने संविधान के मुख्य मूल्योंकृन्याय, समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्वकृको समझने और अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने प्रस्तावना का वाचन करवाया और सभी को इसके महत्व पर विचार करने के लिए प्रेरित किया। डॉ. तोमर ने आयुष विभाग द्वारा शुरू किए गए ‘देश का प्रकृति परीक्षण अभियान’ की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत भारत सरकार का लक्ष्य सुशासन दिवस तक ’5 करोड़ प्रकृति परीक्षण’ (शरीर संरचना विश्लेषण) करना है, जिससे लोगों को उनकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य आवश्यकताओं के बारे में जागरूक किया जा सके। डॉ. तोमर ने स्वस्थ व्यक्तियों और बीमारियों से पीड़ित लोगों से अपील की कि वे अस्पताल आएं और अपना प्रकृति परीक्षण करवाएं। उन्होंने बताया कि अपनी शरीर संरचनाकृवात, पित्त या कफकृको जानने से आयुर्वेदिक जीवनशैली और आहार को अपनाकर स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सकता है। यह न केवल बीमारियों से बचाव में मददगार है बल्कि मौजूदा समस्याओं को प्रबंधित करने में भी सहायक है। धार और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों से अपील की है कि वे इस निःशुल्क सेवा का लाभ उठाएं। चाहे आप स्वस्थ हों या किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हों, अपनी प्रकृति को जानकर जीवन को अधिक संतुलित और स्वस्थ बना सकते हैं। कार्यक्रम का समापन संविधान के मूल्यों को बनाए रखने और आयुर्वेद के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने की शपथ के साथ हुआ। अस्पताल स्टाफ ने अभियान को सफल बनाने और अधिक से अधिक लोगों को इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर एएमओ डॉ. नरेश वागुल, डॉ. भाग्यश्री नवड़े, कंपाउंडर रामसिंह बामनिया, वालसिंह गोयल, और दिलीप रावताले, नर्स माधुरी कुशवाह और पूजा थंदार सहित अस्पताल का पूरा स्टाफ मौजूद रहा।