धार 2041-सुनियोजित विकास की ओर बड़ा कदम, कलेक्टर ने बैठक में रखा विकास का विजन
धार नगर के भविष्य को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में नगर के सुनियोजित विकास पर विस्तार से चर्चा हुई। कलेक्टर ने सुझाव दिया कि जल संसाधन, कृषि, फॉरेस्ट और नगर पालिका विभागों से प्रस्ताव लिए जाएँ, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन क्षेत्रों में कोई कंजर्वेशन लैंड प्रभावित न हो।बैठक में विधायक नीना वर्मा, सीईओ अभिषेक चौधरी,डीएफओ अशोक कुमार सोलंकी,एसडीएम रोशनी पाटीदार सहित टाउन एंड कंट्री प्लानिंग,नगर पालिका,हाउसिंग बोर्ड के संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। धार के विकास को संतुलित और सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए चार दिशाओं में चार विजन पर कार्य करने की योजना बनाई गई। कहा गया की रेजिडेंशियल एरिया को धूल-धक्कड़ से मुक्त और सुव्यवस्थित बनाया जाए। जंगल और हरित क्षेत्र को सिटी फॉरेस्ट के रूप में संरक्षित किया जाए, जिससे यह नगर के ‘फेफड़े’ की तरह काम करेगा। इंडस्ट्रियल ज़ोन को नियोजित ढंग से विकसित किया जाएगा ताकि प्रदूषण और यातायात की समस्या कम हो। जल संरक्षण, हरित क्षेत्र और अन्य शासकीय आवश्यक संरचनाओं के लिए रिजर्व ज़ोन निर्धारित किया जाए।शहरी क्षेत्र को अत्यधिक घना न होने देने और हरियाली बनाए रखने पर विशेष जोर दिया गया। तालाबों की भराव स्ट्रीम को संरक्षित करने और तालाबों को आपस में जोड़ने की योजना पर विचार किया गया, जिससे जल संसाधनों का बेहतर प्रबंधन किया जा सके। सिटी फॉरेस्ट को नगर का ‘लंग्स’ बताया गया, ताकि हरित क्षेत्र की निरंतरता बनी रहे। इसके साथ ही, ग्रेनरी एरिया को भी सुनियोजित ढंग से विकसित करने का प्रस्ताव रखा गया।परिवहन और लॉजिस्टिक्स को सुचारू बनाने के लिए स्टेशन के पास वेयरहाउसिंग सुविधाओं को बढ़ावा देने की बात कही गई, ताकि व्यापार और लॉजिस्टिक्स को मजबूती मिल सके। तिरला रेलवे जंक्शन के पास ट्रांसपोर्ट नगर विकसित करने का प्रस्ताव दिया गया, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही सुव्यवस्थित हो सके। शहर के यातायात दबाव को कम करने के लिए रिंग रोड का प्रस्ताव रखा गया, जिससे हाईवे से हाईवे पर जाने वाले ट्रकों का आवागमन सीधे हो सके और शहर में अनावश्यक यातायात का बोझ न बढ़े। कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि रेलवे लाइन और हाईवे के किनारे रेजिडेंशियल क्षेत्र नहीं बनाए जाने चाहिए, जिससे सुरक्षा और शहरी नियोजन संतुलित रह सके।स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार को ध्यान में रखते हुए मेडिकल कॉलेज के आसपास स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती देने वाले संस्थानों और सुविधाओं को विकसित करने का सुझाव दिया गया। इसके अतिरिक्त भविष्य की जरूरतों को देखते हुए बदनावर और धामनोद के मास्टर प्लान तैयार करने पर जोर दिया गया। यह बैठक धार के सुनियोजित विकास की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी। योजनाओं को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा, ताकि धार 2041 का सपना साकार किया जा सके।