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नेशनल लोक अदालत के माध्यम से 3313 प्रकरण निराकृत कर कुल 12 करोड 63 लाख 33 हजार 211 रुपए के अवार्ड पारित कियेनेशनल लोक अदालत का हुआ सफल आयोजन हुआ

राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली, म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के संयुक्त तत्वावधान में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीा/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री संजीव कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में शनिवार को धार जिला अंतर्गत मुख्यालय एवं तहसील न्यायालय में वर्ष 2024 की प्रथम नेशनल लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया।
लोक अदालत का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीा श्री अग्रवाल द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर जिला मुख्यालय पर पदस्थ समस्त न्यायाधीागण, अधिवक्तागण, बैंकिंग कंपनी मैनेजर, विद्युत वितरण कंपनी के पदाधिकारी, नगरपालिका के पदाधिकारी, दूरसंचार विभाग के पदाधिकारी उपस्थित रहें।
ज्ञातव्य होवे कि इस नेानल लोक अदालत में संपूर्ण जिले के लिए कुल 40 खंडपीठ का गठन किया गया था। विगत कई वर्षों से चले आ रहे पति-पत्नि के बीच विवाद का निराकरण सफलतापूर्वक किया गया। प्रकरण अनुसार उनका विवाह 2006 में संपन्न हुआ था, दोनों के दाम्पत्य जीवन से दो संतान एक पुत्र, 12 वर्ष एवं पुत्री, 11 वर्ष उत्पन्न हुए, जिनके बीच विवाह के लगभग 17 वर्ष होने के पचात भी पत्नि आये दिन छोटी-मोटी बातों को लेकर घर से अलग रहने की जिद को लेकर अपने माता-पिता के यहॉं चाहे जब चली जाती रहती है। काफी मान-मनौवर के बाद घर वापस लौटती है और कुछ दिन बाद पुनः अपने माता-पिता के यहां चली जाती है। इस पर सामाजिक पंचायत एवं रितेदारों के माध्यम से कई बार समझौता किया गया, किन्तु स्थाई समाधान नहीं हो पाया। प्रस्तुत प्रकरण में पत्नि अपने दोनों पुत्र-पुत्री को छोड़कर विगत 15 माह से अपने माता-पिता के यहां निवासरत थी, जिनका न्यायालय के माध्यम से स्थायी समाधान किये जाने हेतु दाम्पत्य जीवन के पुर्नस्थापन के लिए श्री धीरेन्द्र सिंह पीठासीन अधिकारी कुटुम्ब न्यायालय द्वारा वाद का सुक्ष्मता से अध्ययन किया गया। संभावित समझौता शर्तो को निर्धारित करते हुए नेशनल लोक अदालत आयोजन के दौरान दोनों पक्षों को बारी-बारी से सुना गया। तत्पचात संयुक्त बैठक आयोजित कर समझाईस दी गई, जिस पर दोनो पति-पत्नि राजीखुशी के साथ-साथ रहने के लिए तैयार हुए। मौके पर ही प्रधान जिला न्यायाधीश श्री अग्रवाल, पीठासीन अधिकारी श्री धीरेसिंह, प्राधिकरण सचिव श्री उमेश कुमार सोनी की उपस्थिति में दोनो ने एक-दूसरे को माला पहनाकर नवजीवन की शुरूआत करने की पहल करते हुए शपथ ली कि अब भविष्य में कभी भी छोटी-मोटी बातों के लिए एक-दूसरे से विवाद नहीं करेंगे और ना ही एक-दूसरे से दूर रहेंगे।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री सोनी द्वारा बताया गया कि आज आयोजित की गई नेशनल लोक अदालत में विभिन्न प्रकार के दाण्डिक एवं सिविल राजीनामा योग्य कुल 880 लंबित मामलों का निराकरण आपसी समझौते के आधार पर किया गया। जिसमें 2319 व्यक्ति लाभान्वित हुए व 8 करोड़ 86 लाख 82 हजार 954 रुपए के अवार्ड पारित किये गये। साथ ही 2433 प्री-लिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण किया गया, जिसमें 3 करोड़ 76 लाख 50 हजार 257 रुपए की वसूली हुई तथा 2009 व्यक्ति लाभान्वित हुए। इस प्रकार आज की नेशनल लोक अदालत के माध्यम से सकल कुल 3313 प्रकरण निराकृत कर कुल 12 करोड 63 लाख 33 हजार 211 रुपए के अवार्ड पारित किये गये। जिसमें 4328 लोग लाभान्वित किये गये। जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री मुकेश कौाल द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित हुए पदाधिकारियों के प्रति आभार प्रर्दान ज्ञापित किया गया। लोक अदालत से निराकृत प्रकरण के पक्षकारों को न्याय वृक्ष के रूप में आम, कटहल, जामुन आदि वितरित किये गये।

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