म.प्र. राज्य मिलेट मिशन योजना अंतर्गत मिलेट फसलो को बढाव देने हेतु कार्यशाला / सेमीनार का आयोजन हुआ
अपर कलेक्टर श्री आश्विनी कुमार रावत तथा अतिरिक्त पुलीस अधिक्षक श्री इन्द्रजीत सिह बाकलवार के मुख्य अतिथि में शनिवार को कृषि विज्ञान केन्द्र धार मे म.प्र. राज्य मिलेट मिशन योजना अंतर्गत मिलेट फसलो को बढाव देने हेतु कार्यशाला / सेमीनार का आयोजन किया गया। कार्यशाला मे उप संचालक कृषि श्री ज्ञानसिह मोहनिया
ने मिलेट फसल जैसे कोदो, कुटकी, रागी, सावा, कंगनी, ज्वार एवं बाजरा आदि फसलो का आंगामी वर्ष मे रकबा बढाने, मिलेट फसलो को दैनिक खाद्यान के रूप मे शामिल करने तथा मिलेट फसल के प्रसंस्करण द्वारा अधिक आय प्राप्त करने के संबंध मे विस्तृत जानकारी प्रदान कि गई। कार्यकम मे डॉ. नरेन्द्र तांबे सेवानिवृत्त वैज्ञानिक ने बताया कि कोदो, कुटकी, रागी आदि मिलेट फसलो को फसल चक मे अपनाकर मिटटी कि उर्वरा शक्ति संतुलित बनाये रखने तथा मिटटी मे सूक्ष्म जीवाणुओ कि संख्या वृद्धि मे सहायक है। साथ ही मिलेट फसलो के पोषण मूल्य तथा पाचनशिलता अधिक होने से दैनिक आहार के रूप मे सर्वोत्तम विकल्प माना गया है। भूमी में लगने वाले फ्यूजेरीयम फंगस जिससे फसलो मे उकठा (विल्ट) रोग होता है, उसे ज्वार उगाने से नियंत्रण किया जा सकता है। डॉ. ताम्बे जी ने उपस्थित कृषको से प्राकृतिक खेती को बढावा देने हेतु प्रोत्साहीत किया।
कृषि विज्ञान केन्द्र धार डा. संदीप चौहान वैज्ञानिक ने मिलेट से बनने वाले उत्पाद जैसे रागी की सेव, मुरमुरे, नूडल्स, रागी कि खीर, बाजरा के पोहे, कुकीज इत्यादी उत्पाद के बारे मे जानकारी दी तथा डॉ. डी.एस. मण्डलोई वैज्ञानिक ने बताया कि रागी से पेट संबंधित रोगो से बचाव के लीये अच्छा माना गया है, कुटकी शिशु आहार तैयार करने हेतु उपयुक्त खाद्य है। कोदो कम वर्षा मे भी पर्याप्त उपज प्रदान करता है तथा मधूमेह एवं वजन कम करने मे अत्यंत उपयोगी है। लघु धान्य फसल खेती करने हेतु उन्नत तकनिक एवं उचित प्रबंधन के बारे मे बताया गया।
कार्यशाला मे बिरसा किसान उत्पादक संगठन ग्राम लुन्हेरा वि.ख. उमरबन द्वारा प्रसंस्करित सौफ एवं किसान उत्पादक संगठन तिलगारा वि.ख. बदनावर द्वारा स्ट्राबेरी पेकेजिंग का स्टॉल लगाया गया। कार्यशाला मे श्रीमती सागरीका चाफेकर डी.डी.एम. नाबार्ड, श्रीमती अपर्णा पांण्डे प्रबंधक एन.आर.एल.एम. डॉ. आर.सी. मुवेल जिला आयुष अधिकारी, श्री विकम सिह पंवार सहायक संचालक पशुपालन, जिले के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकरी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं किसान उत्पादक संगठन के सदस्य, स्व सहायता समूह कि दीदीया तथा बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित रहे। श्रीमती संगीता तोमर सहायक संचालक कृषि ने कार्यशाला मे उपस्थित सभी अधिकारी/कर्मचारी तथा कृषको का आभार व्यक्त किया।