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विधानसभा निर्वाचन-2023 *निर्वाचन आयोग प्रत्याशियों के खर्चे पर रखेगा नजर प्रत्याशियों के व्यय देख रहे अधिकारियों के स्पष्ट निर्देश*

निर्वाचन आयोग द्वारा जिले के लिये व्यय संबंधी तीन प्रेक्षक नियुक्त किये गये हैं । जिसमें विधानसभा क्षेत्र कुक्षी एवं मनावर के लिए व्यय प्रेक्षक श्री गौतम सिंह चौधरी,विधानसभा क्षेत्र सरदारपुर एवं गंधवानी के लिए व्यय प्रेक्षक श्री पी आर उन्नीकृष्णन,विधानसभा क्षेत्र धार, बदनावर एवं धरमपुरी के लिए व्यय प्रेक्षक श्री रघुवंश कुमार नियुक्त हैं। व्यय लेखा अनुवीक्षण के सहायक नोडल अधिकारी भगवती काग ने बताया कि प्रत्याशी या अभिकर्ता के नाम बैंक में खाता खुलवाया जाना ज़रूरी होगा , परिवार के अन्य किसी सदस्य का खाता मान्य नहीं होगा। पूरी निर्वाचन प्रकिया में प्रत्याशी किसी एक वेंडर को दस हज़ार रुपये नगद भुगतान कर सकता है और यह भी वह निर्वाचन हेतु खोले गए नवीन खाते से आहरित कर भुगतान करेगा। इसके अलावा प्रत्याशियों को चेक या आरटीजीएस का सहारा लेना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि समय पर खर्चे का बैंक स्टेटमेंट लेते रहें, आवश्यकता पड़ने पर बैठक में प्रस्तुत करना होगा। जिसमें खर्चे के बिल व्हाउचर भी दिखाने होंगे, जो भी खर्चा किया जाये उसे रजिस्टर व निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदाय की गई बुक में संधारित करना होगा। प्रत्याशी को मौके पर बिल व्हाउचर लेते समय जीएसटी या नॉन जीएसटी का बिल लेना होगा, नॉन जीएसटी के बिल पर दुकानदार स्पष्ट लिखेगा कि मेरी फर्म जीएसटी में रजिर्स्ड नहीं, उसका परीक्षण भी कराया जा सकता है। दुकानदार ने अगर जीएसटी बिल में जोड़ ली है, और उसने जीएसटी जमा नहीं की है तो उसके जिम्मेदार स्वयं दुकानदार होंगे।
                    उन्होंने बताया कि प्रत्याशियों के नाम से वाहन अगर है, तो उस वाहन का खर्चा नहीं जुड़ेगा, परन्तु वाहन चालक और डीजल का खर्च जुड़ेगा। प्रत्याशी के परिवार के अन्य सदस्यों के नाम वाहन है, और वह प्रचार में उपयोग किया जा रहा है, तो उस वाहन का भी खर्चा जुड़ेगा। उन्होंने कहा कि व्यय संबंधी बैठक में उम्मीदवार खर्चे का व्यय प्रस्तुत करने के लिये उपस्थित नहीं होते है, तो रिटर्निंग ऑफीसरों द्वारा नोटिस जारी किया जायेगा। फिर भी उपस्थित नहीं होते है, तो वे तीन साल तक चुनाव से वंचित रहेंगे। उन्होंने बताया कि प्रचार के दौरान वाहन पर तीन वाई दो का झंडा रहेगा, वाहन पर कोई हॉर्डिंग, स्टीकर नहीं लगाना होगा। वाहन की नंबर प्लेट पर कोई भी चिन्ह नहीं होना चाहिये, वाहन में हुटर भी नहीं होने चाहिये। सभा, रैली का खर्च अपने व्यय लेखा में दर्ज करें, व्यय टीम फील्ड में रहेगी, उसकी वीडियो ग्राफी की जायेगी। उसकी सीडी बनाकर जिला निर्वाचन कार्यालय में रखी जायेगी। उन्होंने कहा कि बिना अनुमति के वाहन झंडा लगाकर फील्ड में भ्रमण करते हुये पाये जाते है, तो उस वाहन को जब्त किया जायेगा और उस वाहन का खर्चा संबंधित झंडे के उम्मीदवार के खर्चे मे जोड़ा जायेगा। स्टार प्रचारक के वाहन को उम्मीदवार साझा करते है तो 50 प्रतिशत खर्चा उम्मीदवार के व्यय में जुड़ेगा। स्टार प्रचारक के वाहन, हेलीकॉप्टर को उम्मीदवार साझा करते है, तो 50 प्रतिशत खर्चा उम्मीदवार के व्यय में जोड़ा जायेगा। समय-समय पर व्यय संबंधी रजिस्टर का अवलोकन कराना अनिवार्य है।प्रत्याशियों को आपराधिक प्रकरणों का प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में निर्धारित तिथियों में विज्ञापन प्रकाशित कराना है। केबल उन अभ्यर्थियों, जिनके आपराधिक मामले लंबित होते है या पहले जो दोष सिद्ध हो चुके है, को घोषणा प्रकाशित करने की आवश्यकता होगी।

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