सफलता की कहानी कुपोषण से मुक्त हुआ बाबू
जिला चिकित्सालय धार के पोषण पुनर्वास केन्द्र में तिरला के बाबू जिसकी उम्र 17 माह है उसे उसकी बुआ ने भर्ती करवाया । डॉक्टरों द्वारा उसका ट्रीटमेन्ट चालू किया गया। भर्ती करते समय उसका वजन 5.060 kgm था। पोषण पुनर्वास केन्द्र में उसको दवाईयां, समय पर पोषण दिया गया । पहले बच्चे की भूख बिल्कुल खत्म हो चुकी थी। धीरे धीरे बच्चे में सुधार होने लगा भूख खुलने लगी । पहले बच्चा कुछ खाता नहीं था चिड़चिड़ा, रोता रहता था लेकिन अब बच्चा खतरे से बाहर है और पूरी तरह स्वस्थ है । उसके परिवार वाले भी बहुत खुश है।