सफलता की कहानी रेलम दीदी ने समूह से लोन लेकर खोली डेयरी की दुकान
यह कहानी है केसवी के रहने वाली श्रीमती रेलम चौंगड़ दीदी की। रेलम दीदी आजीविका मिषन से जुडने के पूर्व बहुत गरीब स्थिति में थी सिर्फ मजदुरी से घर परिवार का भरण पोषण होता था। वे भी अन्य महिलाओं की तरह मुसीबतों का सामना कर रही थी। श्रीमती चौंगड विकासखण्ड टीम के माध्यम से पार्वती समूह से जुड़ी । रेलम दीदी ने अन्य महिलाओं को जागरूक कर समूह से जोड़ा। रेलम दीदी बहुत ही समझदार और सभी को साथ में ले कर चलने वाली एक घरेलु महिला है। महिलाओं के बीच उभर कर अपने गाँव में एक अलग पहचान बनाई। रेलम दीदी बताती है कि उन्होंने समूह लोन लेकर उन्होंने डेयरी का कार्य प्रारंभ किया। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में काफी बदलाव आया। अब उनकी आर्थिक स्थिति काफी अच्छी है जिससे अब वे अपने परिवार का अच्छें से पालन पोषण कर रही है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया।