समयावधि बैठक में की ई केवाईसी, जल गंगा संवर्धन और ई ऑफिस की समीक्षा एसडीएम, सीईओ और सीएमओ रहे मौजूद
बुजुर्गों और 5 वर्ष से कम बच्चों के फिंगर प्रिंट लेने में कई बार कठिनाई होती है, इसके निराकरण हेतु आइरिस मशीन के माध्यम से आंखों की पुतली के माध्यम से बायोमैट्रिक की जा सकती है, जिससे ई केवाईसी प्रक्रिया में गति आएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिदिन 30000 ई केवाईसी का लक्ष्य रखा गया है, जिसकी पूर्ति हेतु देर रात तक यह कार्य किया जा रहा है । पूरे जिले में ई केवाईसी का कार्य मिशन मोड में किया जाए और किसी प्रकार की लापरवाही न की जाए। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने आज समग्र ई केवाईसी अभियान की समीक्षा करते हुए उक्त निर्देश प्रदान किए। फूड केवाईसी का कार्य भी समग्र के साथ साथ किया जाए और सहकारिता विभाग और स्थानीय निकाय के कर्मचारी,अधिकारी भी अभियान में सक्रिय सहभागिता करेंगे। श्री मिश्रा ने मई माह में उक्त सभी कार्यों की पूर्णता हेतु स्थानीय स्तर पर रणनीति बनाकर क्रियान्वित करने हेतु सभी एसडीएम को निर्देशित किया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर घर जाकर आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं, यह कार्य भी इसी अभियान के साथ किया जाए। पराली जलाने की घटनाओं पर कठोरता से रोक लगाने एवम आर्थिक दंड लगाने के निर्देश भी कलेक्टर द्वारा दिए गए। नर्मदा परिक्रमा पथ पर तीर्थ यात्रियों की सुविधा हेतु आश्रय स्थल, जन सुविधा निर्माण हेतु उपयुक्त भूमि का चयन किया जाए और स्थानीय समुदाय,जन प्रतिनिधियों तथा धर्मगुरुओं को साथ लिए जाने हेतु बैठक करने के निर्देश देते हुए कलेक्टर ने आगामी सप्ताह में इस कार्य की समीक्षा करने का निर्णय लिया। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने जल गंगा संवर्धन के कार्यों की विभागवार समीक्षा भी की गई। जल संरक्षण हेतु जनजागरूकता अभियान पंचायतों में संचालित करने ,लीकेज रोकने और नलों में टोंटी लगाने के निर्देश बैठक में दिए गए। कलेक्टर ने अनुभाग स्तर पर जनसुनवाई को प्रभावी बनाने और विकासखंडों के सभी अधिकारियों को जनसुनवाई में अनिवार्यत उपस्थित रहने हेतु निर्देशित किया। श्री मिश्रा ने जिले किन एक तहसील,एक जनपद और एक पंचायत को पेपरलेस बनाने हेतु समयावधि में योजना बनाकर कार्य करने हेतु आदेशित किया। समीक्षा बैठक में सीईओ जिला पंचायत अभिषेक चौधरी, एडीएम अश्विनी कुमार रावत, सभी एसडीएम, सीईओ जनपद, सीएमओ नगरपालिका सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।