“सोयाबीन उपार्जन सहित खाद-बीज उपलब्धता” की समीक्षा
मुख्यमंत्री जी, मुख्य सचिव, सचिव किसान कल्याण तथा कृषि म.प्र. शासन द्वारा शनिवार को विडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से “सोयाबीन उपार्जन सहित खाद-बीज उपलब्धता” की समीक्षा की गई। धार में वी.सी. के दौरान विधायक धार नीना वर्मा, विधायक धरमपुरी कालुसिंह ठाकुर, कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह एवं उपार्जन से संबंधित विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे। इसी में सचिव द्वारा सोयाबीन उपार्जन एवं उर्वरक उपलब्धता पर विस्तृत चर्चा की गई। सोयाबीन उपार्जन हेतु पोर्टल पर किसानों का पंजीयन 25 सितंबर से 20 अक्टूबर की अवधि में किया जा रहा हैं। इस हेतु अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कर कृषकों का पंजीयन कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया। जिले में सहकारिता के 58 सोयाबीन उपार्जन केन्द्र हैं जहाँ पर पंजीयन किये जायेगे एवं ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, तहसील कार्यालय, सहकारी समिति, विपणन संस्था से स्थापित सुविधा केन्द्र एवं एम.पी. किसान ऐप द्वारा निःशुल्क पंजीयन व्यवस्था हैं। साथ ही एम.पी. ऑनलाईन, किस्योस्क सेन्टर, सी.एस.सी., लोकसेवा केन्द्र, निजी साईबर केफे पर प्रति पंजीयन राशि 50 रुपए निर्धारित सशुल्क हैं। उर्वरकों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने हेतु रबी की विभिन्न फसलों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए वैकल्पिक समूह जैसे- यूरिया+एसएसपी, यूरिया+एनपीके, यूरिया+20:20:0 यूरिया +16:16:16, यूरिया ट्रीपल सुपर फास्फेट के उपयोग हेतु निर्देशित किया गया। डीएपी के विकल्प के रूप में काम्पलेक्स, एसएसपी, व ट्रीपल सुपर फास्फेट को बढ़ावा देने एवं डीएपी के स्थान पर वैकल्पिक उर्वरक समूह का व्यापक प्रचार प्रसार कराये जाने के साथ नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी का भी व्यापक प्रचार-प्रसार कर कृषकों को उपयोग कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया।