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स्वच्छ पीथमपुर अभियान: औद्योगिक क्षेत्र में पर्यावरण सुधार के लिए कार्ययोजना तैयार कर लें -कलेक्टर प्रियंक मिश्रा औद्योगिक क्षेत्र में पर्यावरण सुधार के लिए गठित टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न

धार जिले के पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में पर्यावरण सुधार और प्रदूषण नियंत्रण के लिए स्वच्छ पीथमपुर अभियान की शुरुआत की गई है। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय में हुई बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक चौधरी, सहायक कलेक्टर वसीम अहमद बट, एसडीएम प्रमोद गुर्जर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। एमपीआईडीसी के कार्यकारी निदेशक राजेश राठौर वर्चुअल रूप से बैठक में शामिल हुए। पीथमपुर नहीं है क्रिटिकली पॉल्यूटेड एरिया औद्योगिक प्रदूषण के व्यापक विश्लेषण के बावजूद पीथमपुर को क्रिटिकली पॉल्यूटेड एरिया की श्रेणी में शामिल नहीं किया गया है। हालांकि, पर्यावरण संरक्षण को लेकर सरकार लगातार निगरानी रख रही है और इसे और अधिक स्वच्छ एवं प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। प्रदूषण नियंत्रण के लिए संयुक्त प्रयास बैठक में यह निर्णय लिया गया कि ग्राम पंचायत, नगर पालिका, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (MPPCB) और एमपीआईडीसी संयुक्त रूप से कार्य करेंगे। गंदगी के स्रोतों की पहचान कर उनका प्रबंधन किया जाएगा। गैप एनालिसिस के आधार पर शोर, जल, वायु और प्लास्टिक प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए संबंधित विभागों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। मुख्य प्रदूषण कारक और समाधान नाले में गंदे पानी का बहाव – घरेलू और औद्योगिक वेस्ट की पहचान कर इसे रोका जाएगा। धूल और प्लास्टिक कचरा – सफाई व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा और सिंगल-यूज प्लास्टिक पर सख्ती से रोक लगाई जाएगी। शोर और वाहन प्रदूषण – पुलिस, आरटीओ और पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के संयुक्त प्रयास से कार्रवाई की जाएगी। सड़क क्षति – खदानों के कारण सड़कों को हो रहे नुकसान की जवाबदेही तय कर संबंधित विभागों से मरम्मत कराई जाएगी।औद्योगिक क्षेत्र को रहने योग्य बनाना – पर्यावरण सुधार के लिए उद्योगों को जागरूक किया जाएगा और MPPCB ओरिएंटेशन मीटिंग आयोजित करेगा। तकनीकी संस्थानों का सहयोग लिया जाएगा बैठक में यह भी प्रस्तावित किया गया कि इंदौर के इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों को इस परियोजना में शामिल किया जाए। नेशनल एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (NEERI) तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करेगा। एक्शन प्लान और निगरानी व्यवस्था    •   लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म कार्य योजना तैयार की जाएगी।    •   थर्ड पार्टी असेसमेंट कराकर पर्यावरण प्रदूषण का निष्पक्ष आकलन किया जाएगा।    •   पहले नोटिस, फिर कार्रवाई – उल्लंघन करने वालों को पहले नोटिस देकर सुधार का समय दिया जाएगा, तत्पश्चात आवश्यक दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।    •   जनभागीदारी सुनिश्चित की जाएगी – स्थानीय प्रशासन, उद्योग, मीडिया, सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों को अभियान में जोड़ा जाएगा। पीथमपुर को आदर्श औद्योगिक क्षेत्र बनाने की योजना बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि पीथमपुर को एक आदर्श औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाए, जिससे भविष्य में यहां बड़ी औद्योगिक इकाइयों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जा सके। पर्यावरण नियमों का सख्ती से पालन कराया जाएगा और राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) तथा केंद्र एवं राज्य सरकार के निर्देशों के तहत कार्य किया जाएगा। स्वच्छ पीथमपुर अभियान के तहत सभी संबंधित विभाग समन्वय बनाकर कार्य करेंगे और समय-समय पर राज्य सरकार को प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।

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