अभिलेख दुरुस्ती कार्य के साथ ही नामांतरण,बंटवारे के कार्य में और प्रगति लाएँ -कलेक्टर प्रियंक मिश्रा
राजस्व महाभियान के तहत गाँवों में कैम्प लगाकर पटवारियों द्वारा बी वन वाचन किया जा रहा है। इसका उद्देश ही यही है कि लोगों को अपनी ज़मीन के बारे में अभिलेख में दर्ज ग़लतियों का पता चले और वो उसे सुधार के लिए आवेदन दे सके। अभिलेख दुरुस्ती की परिभाषा अनुसार तहसीलदार इस कार्य में और अधिक तेज़ी लाएँ। ताकि आने वाले समय में तहसीलदार ये प्रमाणपत्र देने की स्थिति में रहें कि हमारी तहसील में कोई प्रकरण अभिलेख दुरुस्ती का दर्ज नहीं है।इसके साथ ही नामांतरण,बंटवारे के कार्य में और अधिक प्रगति लाए। यह निर्देश कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व अभियान में भी सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों त्वरित निराकारण करें। जिन तहसीलदार की अधिक शिकायत लंबित है उनको वीसी के माध्यम से जोड़ कर शिकायतों का निराकारण करवाएं।उन्होंने कहा कि आम जन को राजस्व महा अभियान के तहत किए जाने वाले कार्य के बारे में जानकारी देने के लिए आम बोल चाल की भाषा में वीडियो बनवाएं । उन्होंने निर्देश दिए कि ज़िले की सभी एकलव्य स्कूलों के जाँच के लिए ऑडिट टीम बनाएं जो स्कूल का निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। इस कार्य की एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसके साथ ही ज़िले के सभी छात्रावासों का ज़िला अधिकारी निरीक्षण करेंगे। व्यवस्थाओं मरम्मत आदि के संबंध में रिपोर्ट देंगे। पौधारोपण के कार्य की अंकुर ऐप में फोटो अपलोड करवाएँ। ग्रामीण क्षेत्रों में और स्कूलों में आधार अपग्रेडेशन के लिए कैंप लगाए। जिले में नवीन आंगनवाड़ी या उसमें मरम्मत का कार्य किया जा रहा है उसकी फोटोग्राफ्स मंगवाए। सड़क पर घूमने वाले पशुओं को पकड़ उनके मालिकों से जुर्माना वसूल करने की कार्यवाही लगातार जारी रहे।सिंघाना और कालीबावड़ी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मेटरनिटी विंग बनाने का प्रस्ताव सीएमएचओ दे।बैठक जिला पंचायत सीईओ सविता झानिया, अपर कलेक्टर अश्विनी कुमार रावत सहित जिला अधिकारी व एसडीएम वर्चुअल जुड़े थे।