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आयुष विभाग धार द्वारा पी.जी. कॉलेज धार में संगोष्ठी का आयोजन कर ‘आधुनिक जीवनशैली में योग का महत्व’ विषय पर हुआ विचार-विमर्श किया

आयुष विभाग धार के तत्वावधान में गुरूवार को शासकीय पी.जी. कॉलेज धार में ‘आधुनिक जीवनशैली में योग का महत्व’ विषय पर एक संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरम्भ माँ सरस्वती की पूजा और माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम मुख्य अतिथि अपर कलेक्टर श्री अश्विनी रावत की उपस्थित में सम्पन्न हुआ। श्री रावत ने ध्यान (मेडिटेशन) की महत्ता पर बल देते हुए कहा कि आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली में ध्यान हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक हो गया है। उन्होंने ध्यान को आत्मिक जागरूकता का माध्यम बताया तथा कहा कि ध्यान से व्यक्ति की एकाग्रता, स्मरण शक्ति एवं निर्णय क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि होती है। कार्यक्रम में विशेष अतिथि योग आयोग के जिला अध्यक्ष श्री जगदीश चंद्र ने अपने वक्तव्य में योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि योग केवल व्यायाम नहीं बल्कि जीवन जीने की एक कला है। उन्होंने बताया कि नियमित योगाभ्यास से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि मानसिक शांति एवं आत्मिक संतुलन भी प्राप्त होता है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे योग को अपने दैनिक जीवन में अपनाकर तनाव मुक्त जीवन की ओर बढ़ें। श्री दिनेश कश्यप ने भी दैनिक जीवन में योग के महत्व पर व्याख्यान दिया। यह संगोष्ठी योग दिवस (21 जून) के पूर्व आयोजनों की श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में श्री आयशा ख़ान प्राचार्य पीजी कॉलेज, डॉ अतुल तोमर आरएमओ जिला आयुर्वेद चिकित्सालय धार, कॉलेज के प्रोफेसर, विधार्थी एव आयुष विभाग धार के चिकित्सक शामिल हुवे। कार्यक्रम का संचालन डॉ सी एल पांचुरेकर चिकित्सा अधिकारी सुन्दरेल एव आभार डॉ रमेशचंद्र मुवेल जिला आयुष अधिकार धार ने माना।

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