कलेक्टर कार्यालय में समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक सम्पन्न, निर्देशों की अनदेखी पर होगी सख़्त कार्रवाई
कलेक्टर प्रियंक मिश्रा की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में समयावधि के पत्रों, सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों तथा विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में सीईओ जिला पंचायत अभिषेक चौधरी सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर मिश्रा ने सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों की गहन समीक्षा करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि बिना ठोस कारण के किसी भी शिकायत को अंतर्विभागीय अंतरित करने की प्रवृत्ति पर रोक लगाई जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि बिना कारण शिकायतों को ट्रांसफर करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि सात दिवस के भीतर लंबित शिकायतों का निराकरण करें और पोर्टल पर गुणवत्तापूर्ण उत्तर अपडेट करें। उन्होंने कहा कि पोर्टल पर ऐन निम्न गुणवत्ता के उत्तर किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किए जाएंगे। बैठक में “विकसित भारत बिल्डथॉन” प्रतियोगिता में अधिकतम सहभागिता सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया। कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, एकलव्य विद्यालय, कन्या शिक्षा परिसरों तथा प्रतिष्ठित निजी विद्यालयों को प्रेरित कर प्रतियोगिता में सहभागिता सुनिश्चित करें, ताकि जिले का नवाचार स्तर राष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित हो सके।जनजातीय कार्य विभाग से जुड़े प्रकरणों की समीक्षा में पाया गया कि कई अधिकारियों ने छात्रावासों के निरीक्षण की रिपोर्ट समय पर प्रस्तुत नहीं की है। कलेक्टर ने ऐसे अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस (SCN) जारी करने के निर्देश दिए। बैठक में प्रशासनिक व्यवस्था में पारदर्शिता और दक्षता लाने हेतु कलेक्टर ने सभी कार्यालयों को निर्देशित किया कि समस्त कार्यवाही केवल e-file प्रणाली के माध्यम से की जाए। साथ ही सभी कार्यालयों की फाइलों को सूचीबद्ध कर रिकॉर्ड व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि समयबद्धता, जवाबदेही और पारदर्शिता ही सुशासन के प्रमुख आधार हैं। सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि शासन के निर्देशों का अक्षरशः पालन हो और जनता की समस्याओं का त्वरित व गुणवत्तापूर्ण समाधान प्राथमिकता के साथ किया जाए।