बंद करे

कलेक्टर प्रियंक मिश्रा का सरदारपुर क्षेत्र के मारोल, बाँदेड़ी, केशरपुरा, बालोदा, बसाहट खोदरा, लेडगांव, टांडाखेड़ा और बड़वेली के शासकीय विद्यालयों का निरीक्षण

बच्चों से मध्यान्ह भोजन उपरांत थाली धुलवाना वह भी तब जब इस कार्य के लिए बकायदा एक बाई तैनात है, शासकीय माध्यमिक विद्यालय बालोदा के प्राचार्य पर कार्यवाही का सबब बनेगा। यहीं पर शिक्षक द्वारा प्राचार्य के अवकाश आवेदन को अपने हस्ताक्षर से एप्रूव किए जाने पर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा खासे नाराज हुए। उन्होंने सरदारपुर क्षेत्र के मारोल, बाँदेड़ी, केशरपुरा, बालोदा, बसाहट खोदरा, लेडगांव, टांडाखेड़ा और बड़वेली के शासकीय विद्यालयों का निरीक्षण किया। इन विद्यालयों में उपस्थिति पंजी और अवकाश आवदेन के लिए अपनाई जा रही स्वकृति की प्रक्रिया पर नाराजगी जाहिर की। कमोबेश अधिकांश शालाओं के उपस्थिति रजिस्टर आगामी कार्यवाही के लिए सरदारपुर एसडीएम मेघा पंवार को सौंपे। शालाओं के निरीक्षण के लिए जवाबदेह अधिकारियों द्वारा लंबे समय से निरीक्षण भी किए जाने संबंधी प्रमाण निरीक्षण पंजी पर नहीं मिलने पर उन्होंने अप्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं होना चाहिए। केशरपुरा शाला में तर्ज सभी 22 बच्चों के कहीं जिमने जाने के कारण मिले खाली क्लास रूम का पंचनामा बनवाया। यहां पदस्थ दोनों शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री मिश्रा ने शिक्षकों से इस बात की जानकारी ली कि आज क्या पढ़ाया। उसके बाद वे स्वयं भी कक्षा में बैठे और शिक्षकों के पढ़ाने के तरीके देखें। बच्चों से इस बात की तजदीक की आज क्या सीखा। उन्होंने शासकीय नवीन माध्यमिक विद्यालय बड़वेली के छात्र रवि से गणित के प्रश्न ब्लैक बोर्ड पर हल करवाएं। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री मिश्रा ने ग्रामीणों से शालाओं में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति के बारे में पूछा। वहीं बच्चों से मध्यान्ह भोजन मिलने और भोजन के स्वाद के बारे में पूछताछ की।

 

"> ');