बंद करे

कार्यशाला में एम.पी. ट्रांस्को के कार्मिकों ने सीखीं जीवन रक्षक तकनीक

एम.पी. ट्रांसको (मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी) एवं ‘‘रेड क्रॉस सोसाइटी, के सहयोग से मध्यप्रदेश में एमपी ट्रांसको के जिला मुख्यालयों में स्थित ट्रांसमिशन लाइन मेंटेनेंस उप संभागों, सबस्टेशनों आदि में ‘‘सीपीआर एवं अन्य ऐसे ही जीवन रक्षक तकनीकों‘‘ पर प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जा रही है। इसी क्रम में मंगलवार को एक प्रशिक्षण कार्यशाला एमपी ट्रांसको एवं रेडक्रॉस सोसायटी धार के संयुक्त तत्वावधान में भी आयोजित की गई। कार्यषाला में 220 के.व्ही. सबस्टेशन धार के संयोजक अधीक्षण अभियंता प्रदीप राघव द्वारा कार्यक्रम के उद्देश्य एवं विषय की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए इस प्रशिक्षण पर प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी की मंशानुसार ‘‘ट्रांस्को के प्रशिक्षित व्यक्तियों में से अपने जीवन काल में यदि कोई कर्मी किसी एक भी व्यक्ति की जान बचाने में सफल होता है तो कंपनी के लिये प्रशिक्षण का यह उद्देश्य पूर्णतः सफल होगा‘‘ से अवगत कराया। श्री राघव के सतत् प्रयासों से आयोजित कंपनी के कार्मिकों एवं समाज के लिए बहुउपयोगी एवं जीवनरक्षक इस कार्यशाला के सफल आयोजन में एम.पी. ट्रांसको के 220 के.व्ही. सबस्टेशन धार के अलावा बागडी, तीसगांव एवं घाटाबिल्लोद 132 के.व्ही. सबस्टेशनों के मेंटनेन्स, ऑपरेटिंग एवं सुरखा कर्मियों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला में जिला अस्पताल धार के डॉ. नरेन्द्र पावया द्वारा सी.पी.आर. प्रशिक्षण हेतु उपयोग किये जाने वाले मानव पुतले एवं कुछ वीडियों की सहायता से सीपीआर तकनीक का विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि प्रत्येक प्रतिभागी ने विषय विशेषज्ञ की निगरानी में मानव पुतले पर सीपीआर तकनीक का अभ्यास किया एवं प्राथमिक उपचार संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त किया। अभ्यास के दौरान विषय विशेषज्ञ द्वारा प्रतिभागियों की शारिरिक मुद्रा एवं तकनीक उपयोग की बारीकी से जांच कर उन्हें सुधारा गया। प्रशिक्षक द्वारा अन्य जीवन रक्षक तकनीकों यथा पानी में डूबे हुए व्यक्ति का बचाव, किसी भी प्रकार के शॉक लगने वाले व्यक्ति का बचाव, सिक्का या किसी अन्य वस्तु का गलती से श्वास नली में फंस जाने एवं चोट लगने पर उसका प्राथमिक उपचार इत्यादि पर विस्तृत जानकारी भी दी गई। प्रतिभागियों के प्रश्नों का समाधान भी इस शिविर में किया गया। इस उपयोगी कार्यशाला में कंपनी के अधिकारी, कर्मचारी एवं आउटसोर्स सहित बड़ी संख्या में कर्मियों ने हिस्सा लिया।

"> ');