कृषि विभाग की एक वर्ष की उपलब्धियों पर धार जिले में हुए समग्र विकास का परिदृश्य
उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया कि एक वर्ष की उपलब्धियों पर धार जिले में हुए समग्र विकास का परिदृश्य हेतु प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई (माईक्रो ईरिगेशन) योजना के तहत प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई (माईक्रो ईरिगेशन) योजना प्रति बुन्द अधिक फसल अन्तर्गत वर्ष 2023-24 में स्पिंकलर एवं ड्रिप हेतु प्राप्त आवंटन 336.90 लाख के विरुद्ध 336.85 लाख का व्यय किया गया। जिसमे स्प्रिंकलर सेट 202 एवं ड्रिप सिस्टम 230 अजा, अजजा एवं सामान्य वर्ग के (लघु, सीमान्त एवं बड़े) कुल 492 कृषकों को लाभान्वित किया गया। लघु, सिमांत कृषको के लिए 55 प्रतिशत एवं बड़े कृषको के लिए 45 प्रतिशत तक अनुदान का प्रावधान दिया गया है।
इसी प्रकार मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाओं की वार्षिक उपलब्धियों में जिले की मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला में मृदा नमूना परीक्षण खरीफ वर्ष 2024-25 में प्रदाय 33227 लक्ष्यों के विरुद्ध 33227 शतप्रतिशत मृदा नमूनों का एकत्रीकरण कर विश्लेषण कार्य कर स्वाईल हैल्थ कार्ड किसानों को (SHC’s) वितरित किये गये हैं एवं पोर्टल पर 18635 स्वाईल हैल्थ कार्ड ऑनलाईन जनरेट भी कर दिये गये है। इस प्रकार नवीन निर्मित 12 मृदा परीक्षण प्रयोगाशालाएं जो कुछ वर्ष से संचालित नहीं थी। म०प्र० शासन, किसान कल्याण तथा कृषि विकास के अथक से विज्ञप्ति जारी कर मार्गदर्शी निर्देशों तथा राज्य स्तर से एम.पी. ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से युवा उद्यमियों/संस्थाओं से आंमत्रित जिले के लिये प्राप्त आवेदनों में युवा उद्यमियों के 173 तथा संस्थाओं के 16 आवेदनों का परीक्षण कर वरीयता, मेरिट आधार पर क्रियान्वयन एजेंसियों से 04 संस्थाओं एवं 08 युवा उद्यमियों का चयन कर आवंटन कार्यादेश जारी किया गया है। नवीन निर्मित विकासखंड स्तरीय 12 मिटटी परीक्षण प्रयोगशालाओं को युवा उद्यमियों/संस्थाओं के माध्यम से प्रारंभ तथा संचालित कराया जाकर मृदा नमूना परीक्षण शुरू कराना था अनुबंध के उपरांत 01 से 02 माह में प्रयोगशालाएं हस्तांतरित की जाकर मिट्टी नमूना की कार्यवाही युवा उद्यमियों के माध्यम से की जावेगी। जो कृषको को भविष्य में विकास खण्ड स्तर पर ही मृदा नमूना परीक्षण उपरान्त (SHC’s) उपलब्ध होगा।
धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियानके तहत जिले में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत, कृषि उन्नति योजना के घटक सब मिशन ऑन सीड एण्ड प्लाटिंग मटेरियल अन्तर्गत बीजग्राम कार्यक्रम रबी 2024-25 में एफ.आर.ए. अन्तर्गत वनपट्टाधारि कृषकों हेतु गेहू फसल के लिए 30 बीजग्राम के भौतिक लक्ष्य प्राप्त हुए है जिसके अंतर्गत 600 क्विन्टल गेंहु बीज किस्म एचआय-1544 एवं जी०डब्ल्यु-322, सीजी 1029 (कनिष्क) वितरीत किया गया है। योजना के अंतर्गत जिले के 12 विकास खंडो में उक्त योजना को कियान्चीत कर 1500 अनुसूचित जनजाति के वन पट्टाधारी कृषको को लाभान्वित किया गया है। प्रति कृषक एक एकड पर लगने वाले गेहु बीज अर्थात 40 किलो बीज 90 प्रतिशत अनुदान पर प्रदाय किया गया है। प्रति क्विन्टल 2880 रूपये अधिकतम अनुदान का प्रावधान है।
राष्ट्रीय खाद्य पोषण एवं सुरक्षा मिशन दलहन योजना अंतर्गत मसुर मिनिकीट 100 प्रतिशत अनुदान पर 5500 कृषको को लाभान्वित किया गया ।