जनसुनवाई में अब्दुल ने मांगी पढ़ाई के लिए मदद, कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने दिलाया भरोसा
जनसुनवाई के दौरान एक मार्मिक दृश्य देखने को मिला जब कक्षा पहली में पढ़ने वाला अब्दुल अपनी मां के साथ कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के समक्ष पहुँचा। आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए अब्दुल ने पढ़ाई जारी रखने के लिए मदद की गुहार लगाई। कलेक्टर ने अब्दुल से पूछा, “अगर हम तुम्हारी फीस माफ करवा दें, तो क्या मन लगाकर पढ़ाई करोगे?” अब्दुल ने मासूमियत से ‘हाँ’ में सिर हिलाया। इसके बाद कलेक्टर ने उससे कहा, “अगर खुश हो तो ‘हैप्पी’ लिखकर दिखाओ।” अब्दुल ने बिना झिझक अपनी साफ हैंडराइटिंग में ‘हैप्पी’ लिख दिया। अब्दुल की लगन और मासूम जवाब से प्रभावित होकर कलेक्टर ने तत्काल डीपीसी (जिला परियोजना समन्वयक) को बुलाया और संबंधित शाला से बात कर फीस माफ कराने या किसी दानदाता से फीस स्पॉन्सर करवाने के निर्देश दिए। यह दृश्य न सिर्फ जनसुनवाई में मौजूद लोगों को भावुक कर गया, बल्कि यह भी दिखा गया कि यदि सच्ची लगन हो, तो मदद के हाथ खुद आगे बढ़ जाते हैं।