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जलसंरक्षण के कार्यों में पब्लिक डिमांड,उसकी तकनीक और व्यवहार्यता देख निर्णय लें-कलेक्टर प्रियंक मिश्रा

ज़िले की नर्सरियों में पौधों की उपलब्धता का आँकलन कर लें,तदनुसार कार्यवाही करें,नरेगा के तहत वृक्षारोपण की तैयारी पूरी कर लें।
ये निर्देश कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने जल गंगा संवर्धन अभियान और वृक्षारोपण के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए। बैठक में एडीएम अश्विनी कुमार रावत,ज़िला अधिकारिगण मौजूद थे। ज़िले से एसडीएम वर्चुअली जुड़े थे। कलेक्टर श्री मिश्रा ने कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जलसंरक्षण के कार्यों में पब्लिक डिमांड,उसकी तकनीक और व्यवहार्यता देख निर्णय लें। जल की समस्या प्राकृतिक है,इसका समाधान प्रशासनिक नहीं हो सकता। जलसंरक्षण के लिए बनाई जा रही योजनाओं में जनप्रतिनिधियों और आम जनता का सहयोग अनिवार्यत लें। गंगा दशहरा पर्व ज़िले में जहाँ भी परंपरागत मनाया जाता है वहाँ ज़रूरी तैयारी कर लें।निमाड़ का नाम नीम की वजह से पड़ा है। पैक्स के एक लाख सदस्य संकल्प लेकर किसानों से नीम के पेड़ लगवाएँ।उद्यानिकी,वन और एनआरएलएम का अमला इस दिशा में मिलजुल कर प्लानिंग करे फिर उसे अमली जामा पहनाएँ।पेड़ लगाने और सही जगह लगाने में अंतर है। जंगल सुरक्षित है,यहाँ लगायेंगे तो पेड़ सुरक्षित रहेंगे और लगाना सार्थक होगा।उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत मॉक ड्रिल कर के देख लें साथ ही कम्युनिकेशन की भी मॉक ड्रिल कर लें। कलेक्टर ने उर्वरक की उपलब्धता,डिमांड और वितरण पर किसान कल्याण विभाग के उप संचालक से कैफ़ियत ली। नगरीय निकायों के मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को निर्देश दिए कि रैन बसेरा,शेल्टर प्लेस अच्छी हालत में रहे यहाँ पर्याप्त साफ़ सफ़ाई रहे। स्वास्थ केंद्रों में स्नेक बाइट की दवाइयाँ उपलब्ध रहे। उन्होंने कहा कि पिछले साल स्कूल रिपेयर पर पर्याप्त धनराशि खर्च की गई है। संबंधितों से सर्टिफिकेट लें कि कहीं कोई कमजोर भवनों में शाला संचालित तो नहीं हो रही है। कलेक्टर द्वारा 21 जून के योग दिवस की तैयारी,स्कूल चलें अभियान,कॉलेज चलें अभियान पर चर्चा कर समुचित निर्देश दिए गए।

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