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जिले में राजस्व महा अभियान के तहत नामांतरण ,बटवारा,अभिलेख दुरूस्ती एवं नक्शा तरमीम के 2 लाख 33 हजार 2 राजस्व प्रकरणों का निराकरण नागरिकों को उत्तम सेवाएँ उपलब्ध कराने जिले की राजस्व टीम के सफल प्रयास

धार 5 सितंबर 24/ प्रदेश सरकार किसान, युवा तथा महिलाओ एवं गरीब वर्ग के सुविधाओ में विस्तार तथा उनका जीवन सहज एवं सरल बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है । प्रदेश के मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने प्रदेश के किसानों को राजस्व संबंधी समस्याओ के निराकरण के लिए दो चरणों में राजस्व महा अभियान का संचालन कर वर्षाे से लंबित समस्याओं एवं राजस्व प्रकरणों का निराकरण कराया है । नागरिकों की सुविधा के लिये प्रांतव्यापी चलाए गये राजस्व महाअभियान के 2 चरण कारगर सिद्ध हुआ है। प्रदेश सरकार के निर्देश पर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के मार्गदर्शन में जिले में राजस्व अभियान का संचालन किया गया। इस कार्य में राजस्व अमला के साथ साथ अन्य विभागों का भी सहयोग लिया गया । जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए है । राजस्व महा अभियान 2.0 के तहत जमीन संबंधी मामलों के त्वरित निराकरण के उद्देश्य के साथ चलाए गए अभियान के माध्यम से 2 लाख 33 हजार 2 राजस्व प्रकरणों का निराकरण किया गया है। अभियान अंतर्गत 6 माह से अधिक अवधि के नामांतरण ,बटवारा एवं अभिलेख दुरूस्ती के प्रकरणों का शत प्रतिशत निराकरण किया गया है, जिसमें नामांतरण के कुल 1894 , बंटवारा के कुल 283 तथा अभिलेख दुरूस्ती के कुल 47 प्रकरणों का शत प्रतिशत निराकरण किया गया । अभियान अंतर्गत प्रथम सप्तााह में सघन रूप से ग्रामों में बी-1 वाचन किया गया ,जिसके परिणाम स्वरूप जिले में अच्छी संख्या में नामांतरण, बटवारा एवं अभिलेख दुरूस्ती के प्रकरण दर्ज किये गये त‍था अभियान की अवधि में नामांतरण के कुल 8816 के विरूद्व 6810 , बंटवारा के कुल 1811 के विरूद्व 1275 तथा अभिलेख दुरूस्ती के कुल 520 के विरूद्ध 426 का निराकरण किया गया है। अभियान अंतर्गत पुराने नक्शा तरमीम को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया था ,जिसके अंतर्गत कुल लंबित 536368 तरमीम के विरूद्व कुल 224491 तरमीम पूर्ण की गई है ,जो कुल 41.85 प्रतिशत है । इस कार्य अंतर्गत पूर्णता के आधार पर धार जिला संपूर्ण प्रदेश में 8 वॉ जिला है तथा संख्या्त्मक ऑकडों के आधार पर जिला प्रथम स्थान पर है। अभियान अंतर्गत किसानों के समग्र को खसरे से लिंक करने का कार्य भी किया गया तथा यह कार्य अभी भी प्रचलित है ,जिसमें लंबित 729894 ईकेवाईसी के विरुद्ध कुल 133508 ईकेवाईसी पूर्ण की गई है।

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