तिरला विकासखंड में वित्तीय समावेशन एवं सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर कार्यशाला आयोजित हुई
आकांक्षी विकासखंड तिरला में ग्राम सरपंचों एवं सचिवों के साथ वित्तीय समावेशन तथा डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज के सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के सैचुरेशन कैंप में सहभागिता बढ़ाने हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को किया गया। इस कार्यशाला की अध्यक्षता जनपद पंचायत तिरला के सीईओ श्री अतुल कोठारी ने की। उन्होंने अपने उद्घाटन उद्बोधन में कहा कि किसी भी पंचायत के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है कि वहां वित्तीय समावेशन की पूर्णता हो और प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ पहुंचे। उन्होंने सरपंचों और सचिवों से आह्वान किया कि वे इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएं। कार्यशाला में जिला अग्रणी प्रबंधक (एलडीएम) श्री संजय सोनी ने प्रधानमंत्री जन धन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना तथा अटल पेंशन योजना की विस्तृत जानकारी प्रतिभागियों को प्रदान की। उन्होंने बताया कि जुलाई से सितंबर माह के मध्य प्रत्येक पंचायत में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं हेतु सैचुरेशन कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इसमें पात्र व्यक्तियों तक लाभ पहुंचाने में सरपंचों एवं सचिवों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। धार साइबर सेल से श्री मुकेश डावर ने कार्यशाला में उपस्थित प्रतिनिधियों को साइबर अपराधों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से आमजन को साइबर बुली, साइबर फ्रॉड और अन्य डिजिटल अपराधों से सचेत रहना चाहिए। उन्होंने पासवर्ड मॉन्स्टर वेबसाइट का उल्लेख करते हुए मजबूत पासवर्ड निर्माण की आवश्यकता बताई तथा बताया कि साइबर धोखाधड़ी की स्थिति में नागरिक 1930 साइबर हेल्पलाइन नंबर पर तुरंत संपर्क कर सकते हैं। साथ ही, उन्होंने आगाह किया कि अनजान स्रोत से प्राप्त एपीके फाइल्स अथवा संदिग्ध लिंक को न खोलें। उन्होंने डिजिटल अरेस्ट जैसी घटनाओं से सावधान रहने का आग्रह किया, जो वीडियो कॉल के माध्यम से ठगी का नया तरीका बनती जा रही है। कार्यशाला में आरएसईटीआई के निदेशक ने भी सहभागिता की और आरएसईटीआई द्वारा संचालित विभिन्न कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने सरपंचों एवं सचिवों से अनुरोध किया कि वे अपने पंचायतों के युवाओं को इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भेजें, जिससे युवाओं के लिए स्वरोजगार एवं रोजगार के अवसर बढ़ सकें। इस अवसर पर माइक्रोसेव कंसल्टिंग के सीनियर कंसल्टेंट श्री रवि कौशल एवं राज्य वित्तीय समावेशन समन्वयक श्री मोहम्मद आदिल ने कार्यशाला का प्रभावी संचालन किया। उन्होंने पंचायत स्तर पर वित्तीय समावेशन को मजबूत करने हेतु रणनीतियों पर चर्चा की। कार्यशाला के दौरान माइक्रोसेव की टीम के साथ-साथ आकांक्षी विकासखंड फेलो श्री दीपराज परमार एवं टीआरआई के प्रतिनिधि श्री देवोजीत ने उन पंचायतों की पहचान की जहां बैंकिंग टच पॉइंट्स अनुपलब्ध हैं, ताकि भविष्य में इन क्षेत्रों में वित्तीय सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित की जा सके। इस कार्यशाला में तिरला जनपद की 52 पंचायतों के सरपंचों एवं सचिवों सहित जनपद एवं जिला स्तर के अधिकारियों ने भाग लिया। कुल मिलाकर लगभग 100 से अधिक प्रतिभागियों की उपस्थिति ने कार्यशाला को अत्यंत प्रभावशाली एवं उपयोगी बनाया। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल वित्तीय समावेशन को गति देना था, बल्कि सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की पहुँच को अंतिम व्यक्ति तक सुनिश्चित करना भी था। कार्यशाला का समापन सामूहिक प्रतिबद्धता के साथ हुआ कि पंचायत स्तर पर जनजागरूकता एवं लाभार्थी लिंकज की दिशा में निरंतर प्रयास किए जाएंगे। कार्यशाला में विकासखंड स्तर के अन्य अधिकारीगण एवं पंचायत प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।