देवस्थानम्
धार जिले की पावन धरती पर स्थित 1207 शासकीय मंदिरों की दिव्यता और गरिमा को सहेजने हेतु जिला प्रशासन धार द्वारा एक अभिनव पहल की गई है। इन मंदिरों की आत्मा—उनकी भूमि, परंपरा, आर्थिक स्थिति और सांस्कृतिक गतिविधियों—का समग्र चित्र दिखाने वाली “देवस्थानम” नामक पुस्तिका तैयार की गई है।
1157 मंदिर जो सालाना करीब 5 करोड़ रुपये की आय अर्जित करते हैं, जिले की लगभग 8900 एकड़ भूमि का स्वामित्व रखते हुए अपनी धार्मिक सेवाओं के साथ कृषि कार्य में भी योगदान दे रहे हैं। वहीं, 50 मंदिर ऐसे हैं, जो भूमि के अभाव में भी आस्था का दीप जलाए हुए हैं।
इस विस्तृत सर्वेक्षण में यह भी सामने आया कि लगभग 100 एकड़ भूमि पर अतिक्रमण है और 410 मंदिरों में प्रबंधन समितियाँ सक्रिय रूप से कार्यरत हैं, जबकि 695 मंदिरों में पुजारी नियुक्त हैं; शेष में नियुक्तियाँ प्रक्रियाधीन हैं।
मंदिरों में आयोजित होने वाले मेले, उत्सव, और सांस्कृतिक आयोजन उनकी जीवंतता को दर्शाते हैं। अनेक मंदिरों को जीर्णोद्धार की आवश्यकता है, जिसकी योजना और अनुमानित व्यय भी निर्धारित किया गया है।
इस समग्र जानकारी के माध्यम से आगामी सिंहस्थ 2028 को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन मंदिरों के संरक्षण, विकास और पुनरुद्धार के पवित्र कार्य में एक सशक्त कदम बढ़ा रहा है—जहाँ श्रद्धा, संस्कृति और प्रशासन का संगम एक नई चेतना का संचार करता है।