धार में शुरू हुआ “आरसीएच पोर्टल 2.0”-गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखभाल अब डिजिटल और अधिक सुरक्षित
गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों की बेहतर देखभाल सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने “आरसीएच पोर्टल 2.0” की शुरुआत की है। यह नया डिजिटल पोर्टल गर्भावस्था की शुरुआत से लेकर नवजात शिशु के टीकाकरण तक की सम्पूर्ण जानकारी को रिकॉर्ड करेगा। इसका उद्देश्य है समय रहते जोखिम भरी प्रेग्नेंसी की पहचान कर इलाज शुरू करना, जिससे मां और बच्चे दोनों की जान बचाई जा सके।इस पोर्टल में प्रत्येक गर्भवती महिला का यूनिक नंबर बनेगा, जिससे उसकी संपूर्ण जानकारी एक ही स्थान पर सुरक्षित रहेगी और दोहराव की संभावना नहीं होगी। महिला का पंजीयन करते समय पति की समग्र आईडी अनिवार्य होगी, जिससे कई जरूरी जानकारियां स्वत: ही जुड़ जाएंगी।
खतरनाक प्रेग्नेंसी पर मिलेगी त्वरित जानकारी
अगर किसी महिला की प्रेग्नेंसी में जोखिम (जैसे उच्च रक्तचाप) पाया जाता है, तो पोर्टल स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टरों को अलर्ट करेगा, जिससे समय पर इलाज संभव हो सकेगा।
सरकारी सहायता सीधे बैंक खाते में
जननी सुरक्षा योजना और प्रसूति सहायता योजना की राशि अब सीधे लाभार्थी के आधार-लिंक्ड बैंक खाते में भेजी जाएगी। इससे देरी और भ्रष्टाचार की संभावनाएं समाप्त होंगी। अब अलग से बैंक खाता विवरण देने की आवश्यकता नहीं होगी।
नवजात शिशु की डिजिटल देखभाल
बच्चे के जन्म के बाद उसके स्वास्थ्य और टीकाकरण संबंधी जानकारियां भी पोर्टल पर दर्ज होंगी, जिससे उसे समय पर सभी टीके लग सकें और उसकी देखभाल सुनियोजित रूप से की जा सके। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में शिशु मृत्यु दर में कमी आने की उम्मीद है।
स्वास्थ्यकर्मियों को मिल रही विशेष ट्रेनिंग
27 मार्च से जिले में 1270 डॉक्टरों, एएनएम, सीएचओ और डाटा एंट्री ऑपरेटरों को पोर्टल से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रशिक्षण डॉ. वीरेंद्र रघुवंशी, निशांत जोशी, सपना पाटीदार और जितेंद्र यादव द्वारा दिया जा रहा है।
पंजीयन के लिए जरूरी दस्तावेज एवं शर्ते
महिला और उसके पति दोनों की समग्र आईडी अनिवार्य है।यदि समग्र पोर्टल पर महिला की वैवाहिक स्थिति अपडेट नहीं है, तो पति की समग्र आईडी प्राप्त नहीं होगी और पंजीयन नहीं हो सकेगा।महिला को अपनी समग्र आईडी पति के परिवार आईडी में जोड़नी होगी।हितग्राही का समग्र eKYC और DBT सक्षम खाता अनिवार्य है। ट्रेनिंग में बताया गया कि “आरसीएच पोर्टल 2.0” से स्वास्थ्य सेवाएं अधिक पारदर्शी, तेज और असरदार बनेंगी। गर्भवती महिलाओं को समय पर इलाज और सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिलेगा।