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निर्वाचन कार्य में लगे वाहन दुरुस्त रहें – कलेक्टर श्री मिश्रा

अंतिम 72 घण्टे में किसी भी प्रकार का शासकीय विभागों द्वारा भुगतान नहीं किया जाए, इसका विशेष ध्यान रखे। निर्वाचन कार्य में लगे वाहन खराब ना हो आरटीओ यह सुनिश्चत करें। एएमएफ का प्रमाण पत्र प्राप्त करने हेतु आरओ को पत्र जारी करें। विद्युत विभाग अधिकारियों के साथ विद्युत आपूर्ति के संबंध में बैठक आयोजित करें। स्वास्थ विभाग से मेडिकल किट प्राप्त कर सभी मतदान दलों को उपलब्ध कराए। मतदान केन्दों पर मतदाता के आने जाने एवं PO, P1,P2,P3 की बैठक व्यवस्था की सभी कार्यवाही सुनिष्चित करें। सभी आयोग द्वारा दिये गये निर्देश का पालन करें। यह निर्देष कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने बुधवार को कलेक्टेªट सभागार में आयोजित नोडल अधिकारियों की बैठक में दिए। बैठक में अपर कलेक्टर एवं उप ज़िला निर्वाचन अधिकारी अश्विनी कुमार रावत भी मौजूद थे। कलेक्टर श्री मिश्रा ने कहा कि मतदान केन्द्रों पर सीसीटीव्ही एवं वेबकास्टिंग कैमरे लगाये जाने का कार्य समय पर पूर्ण हो। साथ ही इस कार्य में लगे कर्मचारियों के परिचय पत्र जारी करें। EVM,VVPAT का परिवहन करने वाले वाहनों, सेक्टर अधिकारी के वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाये जाने ,पोस्टल बैलेट की कार्यवाही समय पर पूर्ण करें। मतदान दलों का प्रशिक्षण के दौरान दो-दो विधानसभा के प्रशिक्षण केन्दों का निरीक्षण उद्यानिकी अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी आदि करें तथा निरीक्षण कर रिर्पाेट दे। सेक्टर अधिकारी एवं पुलिस सेक्टर अधिकारी की बैठक आयोजित करें तथा उनसे भ्रमण की रिपोर्ट प्राप्त करंे। 72 घण्टे पूर्व तैयारी हेतु सभी नोडल अधिकारी आवश्यक कार्यवाही करें। एफएसटी, एसएसटी दल की अतिरिक्त आवश्कता होने पर दल की नियुक्ति कर उन्हें जीपीएस लगा वाहन उपलब्ध करावें। मतदान दलों का तृतीय रेण्डमाईजेशन 15 नवम्बर को किया जाना है। धारा 144 एवं विधानसभा क्षेत्र छोडने संबंधी आदेश एवं ड्राईडे संबंधी आदेश की कार्यवाही समय सीमा में करें। सामग्री प्राप्ती एवं वितरण व मतगणना कर्मियों के आईडी कार्ड जारी करने की कार्यवाही करें। अन्तिम 24 घण्टे के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया जावे। मीडिया मानिटरिंग, वेबकास्टिंग, कम्युनिकेशन टीम सजग रहे । मतप्रतिशत एप पीओ, पी 1 को 14 नवम्बर तक डाउनलोड करावे एवं 16 नवम्बर को प्रातः 11 बजे तक अनिवार्यतः सभी पीओ लॉगिन सुनिश्चित करें। पोलडे पर भेजे जाने वाले प्रपत्रों की तैयारी कर कार्यवाही करें । अन्तिम 72 घण्टे की कार्यवाही में सेक्टर अधिकारी की ट्रेकिंग कर उनकी द्वारा की गई कार्यवाही की रिर्पोट ले। कलेक्टर ने सभी नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि उनके द्वारा की जाने वाली कार्यवाही एवं 72 घण्टे के दौरान की जाने वाली कार्यवाही समय सीमा में पूर्ण करें।

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