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निसरपुर के शिवाय शुक्ला को जीवनदान, शासन की योजना बनी वरदान

विकासखण्ड निसरपुर के ग्राम निसरपुर के दो वर्षीय बालक शिवाय शुक्ला को जन्मजात हृदय रोग की गंभीर बीमारी थी। हृदय में छेद होने के कारण वह अक्सर बीमार रहता था। सामान्य परिवार से संबंध रखने वाले उसके माता-पिता के लिए यह स्थिति बेहद चिंता का विषय थी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निसरपुर की आरबीएसके टीम ने नियमित आंगनवाड़ी और विद्यालय भ्रमण के दौरान इस बीमारी की पहचान की। टीम ने बालक का परीक्षण कर उसके माता-पिता को बताया कि शिवाय का ऑपरेशन आवश्यक है, जिसका पूरा खर्च शासन द्वारा वहन किया जाएगा। इसके बाद शिवाय और उसके माता-पिता को विशाल स्वास्थ्य शिविर डही जिला-धार में जांच हेतु भेजा गया, जहाँ उसके सर्जरी के लिए चयन हुआ। कुल ₹1,19,000 के खर्च का अनुमान शासन को भेजा गया, जिसे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.के. शिन्दे के अनुमोदन के बाद स्वीकृति मिल गई। इसके पश्चात शिवाय को राजश्री अपोलो अस्पताल, इन्दौर में दिनांक 15 जुलाई 2025 को भर्ती कराया गया, जहाँ उसकी सफल सर्जरी की गई। सर्जरी के बाद अब शिवाय पूरी तरह स्वस्थ है। शिवाय के पिता अंतिम शुक्ला ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “यदि शासन द्वारा यह योजना स्वीकृत नहीं होती, तो हमारे लिए यह ऑपरेशन कराना असंभव था। हमें राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना से नई जिंदगी मिली है।” खंड विस्तार प्रशिक्षक श्री गेंदलाल पाटीदार ने बताया कि इस योजना के माध्यम से अनेक गरीब परिवारों के बच्चों को जीवन का नया अवसर मिल रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जितेन्द्र कुमार दुबे ने भी कहा कि “स्वास्थ्य विभाग निसरपुर की टीम का कार्य सराहनीय है, जो निरंतर ऐसे मामलों की पहचान कर बच्चों को लाभान्वित कर रही है।”

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