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प्रोजेक्ट जलधारा’ के जरिए सिमराली में हरियाली, जलसंरक्षण और आजीविका संवर्धन की नई पहल

 धरमपुरी विकासखण्ड के ग्राम पंचायत फरसपुरा के ग्राम सिमराली ने ग्रामीण विकास की एक नई मिसाल पेश की है। कलेक्टर श्री प्रियंक मिश्रा के मार्गदर्शन में संचालित प्रोजेक्ट जलधारा के अंतर्गत सिप्ला लिमिटेड और बाएफ लाइवलीहुड्स के सहयोग से सिमराली गांव में हुए बहुआयामी प्रयासों ने हरियाली, जल संरक्षण और आर्थिक सशक्तिकरण को एक नया आयाम दिया है। ‘एक बगिया मां के नाम’ अभियान में शामिल होते हुए महिलाओं की सहभागिता से 50 आम के पौधों का रोपण सीप्ला ईकाई पीथमपुर के स्टाफ सदस्यों द्वारा किया जाकर शुक्रवार को शुभारम्भ किया गया। इस अभियान की खास बात रही महिलाओं की सहभागिता, जिनके साथ मिलकर 50 केसर आम के पौधे रोपे गए। यह पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ भविष्य की आय का एक स्थायी स्रोत भी बनेगा। बगिया की शुरुआत कृषक सखाराम के खेत से हुई, जिसमें संस्था के प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कलेक्टर श्री मिश्रा के आदेशानुसार एक बगिया मां के नाम अन्तर्गत आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में महिलाएं आगे आते हुए 50-50 केसर और आम के पौधे महिलाओं द्वारा पौधारोपण कराया गया है जल संरक्षण और नवाचार की प्रेरणादायक झलक प्रोजेक्ट जलधारा के अंतर्गत निर्मित लाइन फार्म पौंड, कोरवाल गैबियन, और सोलर आधारित जल आपूर्ति प्रणाली का अवलोकन कर प्रतिनिधिमंडल ने इसे जलस्तर वृद्धि और सिंचाई सुविधा की दृष्टि से अत्यंत सराहनीय बताया। विद्यालयीन गतिविधियाँ और गत वर्ष के लगाए गए केसर आम की वाडी भी इस दीर्घकालिक सोच का प्रमाण बनीं। तालाबपुरा फलिया में सांस्कृतिक स्वागत, समुदाय ने साझा की विकास की कहानी पारंपरिक मांदल नृत्य से मेहमानों का स्वागत करते हुए ग्रामवासियों ने तालाब गहरीकरण से प्राप्त मिट्टी के लाभ, सोलर होम लाइट्स, रिचार्ज पिट, मेंड़ बंधान जैसे प्रयासों से जीवन में आए सकारात्मक बदलावों को साझा किया। ग्रामीणों ने बताया कि इन पहलों से खेती की उत्पादकता में वृद्धि के साथ जीवनस्तर में भी सुधार हुआ है। जैविक उत्पादों की प्रदर्शनी बनी आकर्षण का केंद्रः महिला किसानों द्वारा तैयार की गई जैविक सब्जियों की प्रदर्शनी में गिलकी, भिंडी, मिर्च, चौलाई, ककोड़ा जैसे उत्पादों की बिक्री से किसानों को 3,840 रूपए की आय प्राप्त हुई। इससे न केवल जैविक खेती को बल मिला, बल्कि महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी मिला। ग्रामीणों में उमंग, संस्थाओं ने जताया आभार सभी ग्रामवासियों ने इस आयोजन में सक्रिय भागीदारी निभाई और अपने अनुभव साझा किए। अंत में बाएफ और सिप्ला की टीमों ने समस्त सहभागियों का आभार जताया और भविष्य में भी इसी भावना से कार्य करते रहने का संकल्प दोहराया। प्रतिष्ठित अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति इस अवसर पर सिप्ला लिमिटेड से महेश सोमानी, तुहिन बनर्जी, समीर काले, सुश्री स्वाति बोल्लापल्ली, अंकित राजोरिया और राकेंद्र सोनगरा उपस्थित रहे। बाएफ लाइवलीहुड्स की ओर से राज्य प्रमुख पवन पाटीदार, प्रोग्राम मैनेजर जे.एल. पाटीदार, ज्ञानसिंह यादव, हरिओम पटेल, नितेन्द्रसिंह पवार, कृषि विशेषज्ञ पुरूषोत्तम मीणा, डी.एन. बैरागी और सुश्री आयुषी त्रिवेदी मौजूद रहे।

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