मोतियाबिंद ऑपरेशन से लौटी रौशनी वृद्ध स्वास्थ्य शिविर से रूमाबाई को मिली नई जिंदगी
मनावर के ग्राम बोरूद की रहने वाली 50 वर्षीय रूखमाबाई गेहलोद लंबे समय से आंखों की समस्या से जूझ रही थीं। दाहिनी आंख में मोतियाबिंद होने से उनकी दृष्टि लगभग समाप्त हो गई थी। दैनिक जीवन कठिन हो गया था और वे दूसरों पर निर्भर रहने लगी थीं। इसी बीच 11 अगस्त 2024 को सिविल अस्पताल मनावर द्वारा वृद्ध स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की सूचना पाकर रूमाबाई ने जांच कराई। नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उनकी दाहिनी आंख में मोतियाबिंद है और ऑपरेशन से उनकी आंख की रोशनी वापस लौट सकती है। अस्पताल प्रशासन ने रूमाबाई सहित 27 मरीजों को उपचार हेतु चयनित किया। 12 अगस्त को दाहोद में नेत्र चिकित्सक टीम ने सफल मोतियाबिंद ऑपरेशन कर उनकी आंख में लेंस प्रत्यारोपित किया। इसके बाद उन्हें दृष्टिनेत्रालय दाहोद में भर्ती कर देखभाल की गई। सात दिनों तक फॉलोअप उपचार के बाद उनकी आंख की स्थिति बेहतर हुई और 20वें दिन तीसरे परीक्षण में साफ दृष्टि लौट आई। खुशी जाहिर करते हुए रूमाबाई ने कहा कि अब वे पहले की तरह स्पष्ट देख पा रही हैं। उन्होंने चिकित्सकों और प्रशासन का आभार व्यक्त किया और इसे अपने जीवन का नया आरंभ बताया। रूमाबाई के पति ने भी कहा कि अब वे पुनः आत्मनिर्भर होकर अपने दैनिक कार्य कर पाएंगी। ग्रामीणों ने इसे स्वास्थ्य शिविर की बड़ी सफलता बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे शिविर समय-समय पर आयोजित होते रहना चाहिए ताकि आम जनता तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ निरंतर पहुँच सकें