मौसमी बीमारियों और संक्रामक रोगों के लिए स्वास्थ अमला रखे तैयारी-कलेक्टर श्री मिश्रा
मौसमी बीमारियों और संक्रामक रोगों के लिए स्वास्थ अमला रखे तैयारी ।रेबीज़ के इंजेक्शन की अनुलब्धता पर रोगी कल्याण समिति से क्रय कर लें । संपूर्ण टीकाकरण के लक्ष्य हो हासिल, माइक्रो प्लान बना कर कार्य करें । समग्र के लंबित मामलों की हर टीएल बैठक में समीक्षा होगी । प्रसव सुविधा वाले अस्पतालों के लिए बाउंड्री वाल के प्रस्ताव दें। गणेश घाट पर एक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस की व्यवस्था करें । यह निर्देश कलेक्टर श्री प्रियंक मिश्रा ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय स्वास्थ्य समिति की बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में प्राथमिकता वाले कार्यों को पहले करें। प्रायवेट अस्पतालों के संचालकों की बैठक लेकर एएनसी की इंट्री के लिए निर्देशित करें। इसमें जो संस्थान कार्य नहीं कर रहे है उन्हें नोटिस जारी करें। जिले में जो एएनएम अच्छा कार्य कर रही है,उन्हें पुरस्कृत करें और जो रूचि नहीं ले रही है, उन्हें दंडित करें। सिकल सेल ऐनिमिया के लिए फिल्ड स्तर पर रूट चार्ट तैयार करें। पोषण पुर्नवास केंद्र में जहाँ मायग्रेशन को लेकर दिक्कत आ रही है उसके लिए कार्यवाही तैयार करें। डॉग बाइट व रेबिज को लेकर ब्लाक स्तर पर डाटा बेस तैयार करें और 6 माह का डाटा तैयार कर देखे कि इस प्रकार की समस्याएँ किस क्षेत्र में ज्यादा आ रही है। सम्पूर्ण टीकाकरण में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की सहायता लेकर बच्चों के टीकाकरण में शतप्रतिशत प्रगति लाए। डायबीटिज, टीबी, मलेरिया में हायपर टेंशन के मरीजो की फ्री स्कीनिग की समीक्षा करें। एएनसी के रजिस्ट्रेशन में और अधिक प्रगति लाए। मातृ वंदाना, जीएसवाय, पीएसवाय में समग्र आईडी के कारण आ रही समस्याओं के लिए ब्लाक स्तर पर लिस्ट तैयार करें। ऐनिमिया की इंट्री के कार्य में जिन ब्लाकों में पोर्टल पर इट्री नहीं की जा रही है उन्हें नोटिस जारी करें। महिला बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग विभागीय योजनाओं के बारे में बसों में टीवी पर अपने मेसेज डाले और पोस्टर भी लगाए। ग्रामीण इलाकों में हेल्थ कैम्प लगाए और लोगों को योजनाओं के बारे में जागरूक करें। अस्पतालों में विद्युत व्यवस्था को लेकर ऑटोऑन ऑफ सिस्टम लगवाए जिससे विद्युत व्यवस्था में कोई दिक्कत न आए। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं के पंजीयन समग्र के अभाव में न होने के कारण समस्त विकासखंड चिकित्साधिकारी जनपद से समन्वय कर सूची सांझा करें। बदनावर,धामनोद,मनावर,निसरपुर,सरदारपर, तीसगॉंव के 70 % एएनसी पंजीयन होने पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जिन एएनम/सीएचओ को प्रदर्शन खराब है उन पर कार्यवाही हो। समस्त लेवल 3 प्रसव केंद्रों की क्रियाशीलता एवं निर्बाध बिजली की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।समय समय पर समस्त स्वास्थ्य संस्थायों पर आगजनी की घटना से बचने हेतु मॉक ड्रिल का आयोजन करें। किसी भी स्वास्थ्य संस्था से अनावश्यक गर्भवती को रेफेर न किया जाए। बदनावर,बाकानेर,धरमपुरीं, कूक्षी,मनावर ,सरदारपुर, तीसगॉंव ,तिरला में गर्भवती महिलाओं में अनिमाया चिन्हाकन 10 प्रतिशत से कम होने पर सम्बन्धित एएनम सीएचओके विरूद्ध कार्यवाही करें। समस्त एएनम ,सीएचओ को गर्भवती महिलायों के जानकारी समयसीमा में ऑनलाइन करने हेतु निर्देशित करें तथा कम प्रगति वाले एएनम सीएचओ के विरुद्ध कार्यवाही एवं वेतन काटने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने समस्त एएनम सीएचओ के माध्यम से शतप्रतिशत पंजीयन एवं एएनसी जांच करने हेतु निर्देशित किया। कोई भी महिला बिना एएनसी पंजीयन के पाई जाती है तो सम्बन्धित के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही प्रस्तावित करें । उन्होंने धामनोद सीएचसी एवं उमरबन सीएचसी में पोषण पुनर्वास केंद्र का प्रस्ताव बनाने के लिये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया। गंधवांनी क्षेत्र के जामदा एवं भूतिया तथा अन्य पहुँचविहीन क्षेत्र में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के लिए महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग को केम्प लगाए । विकास खण्ड स्तर पर आयोजित होने वाले परिवार कल्याण केम्पों में गुणवत्ता एवं लक्ष्य पूर्ति पर ध्यान दिया जाए । समस्त बीएमओ को सिविल कार्य की गुणवत्ता पर ध्यान दे । जिन उपस्वास्थ्य केंद्र के भवन के लिये भूमि आवंटन शेष है उनकी सूची उपयंत्री को प्रस्तुत करें। गंधवांनी सरदारपुर,नालछा टीकाकरण 90% कम होने पर कार्ययोजना बनाकर दिसंबर के अंत तक कार्य पूर्ण करें। बैठक में जिसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी,महिला बाल विकस अधिकारी के साथ समस्त विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी एवम कार्यक्रम अधिकारी उपस्तिथ हुए।