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राज्य आनंद संस्थान द्वारा अल्पविराम कार्यशाला सम्पन्न

कलेक्टर प्रियंक मिश्रा एवं सीईओ जिला पंचायत अभिषेक चौधरी के संयुक्त मार्गदर्शन में कार्य क्षमता में वृद्धि हेतु अल्पविराम की आवश्यकता पर जोर देने हेतु मध्य प्रदेश राज्य आनंद संस्थान आनंद विभाग द्वारा अल्पविराम कार्यशालाएं आयोजित की जा रही है। इसी तारतम्य में शुक्रवार को गंधवानी जनपद सभागृह में अल्पविराम कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें विभिन्न विभागों के 60 अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया । इन्हें इस दौरान हर परिस्थिति में आनंद से परिपूर्ण जीवन जीने एवं पूर्ण क्षमता तथा सकारात्मकता के साथ अपने कार्य को समय सीमा में संपादित करने की कला सिखाई गई। जीवन का लेखा-जोखा सत्र मास्टर ट्रेनर गणेश कनाडा ने लिया। फ्रीडम ग्लास विधि में मधु परिहार ने अल्पविराम लेकर अपने भीतर आए बदलाव के अनुभवों को साझा किया। आनंद विभाग के जिला समन्वयक डॉ. दिनेष कश्यप ने इस दौरान अल्प विराम की शक्ति से अपने भीतर झांकने एवं स्वयं से स्वयं की मुलाकात कर स्वयं में सकारात्मक परिवर्तन लाने हेतु अल्पविराम को अपने जीवन का हिस्सा बनने पर जोर दिया। मास्टर ट्रेनर पुष्पेंद्र सिसोदिया ने रिश्तों पर चर्चा करते हुए कमजोर रिश्तो एवं टूटे हुए रिश्तों को फिर से कैसे मजबूत रिश्ते बनाएं जाएं इस विधि को समझाते हुए अपने जीवन की कहानी को सभी से साझा किया एवं रिश्तों पर आधारित नाना पाटेकर की एक फिल्म भी दिखाई । जनपद सीईओ लाखनसिंह सिसोदिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि विकास खंड के समस्त अधिकारीगण एवम् कर्मचारियों को कार्यशाला अटेंड करने का अवसर समयसमय पर इसी तरह मिलते रहने से निश्चित ही सभी की कार्य क्षमता में वृद्धि होगी। सत्र की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं प्रार्थना से इतनी शक्ति हमें देना दाता से की गई। प्रतिभागियों का परिचय पुष्पेंद्र सिसोदिया द्वारा लिया गया। इसमें नाम बचपन का नाम अपनी अभिरुचि आदि की जानकारी दी गई। बाहरी दुनिया से स्वयं के साथ जोड़ने की कला विधि को मधु परिहार मास्टर ट्रेनर द्वारा विशेष तालियां बजवाकर प्रदर्शित किया गया। मास्टर ट्रेनर गणेश कनाडा ने मनोरंजन गतिविधि करवाई इस दौरान विधि के भाव एवं संदेश को भी बताया गया। कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र सीईओ, जिला संपर्क व्यक्ति एवं मास्टर ट्रेनर्स के हाथों प्रदान किए गए। प्रशिक्षण के दौरान अनीता मंडलोई, भावना नरगिस, गौरा मंडलोई, नारायण आर्य, भैरू सिंह जामोद, राहुल चौहान, दादू झाला, राम गुप्ता, इस्के गिरवाल, रेखा शर्मा, अनीता मंडलोई आदि के द्वारा शेयरिंग भी की गई। कार्यशाला का संचालन डॉ कश्यप द्वारा एवं धन्यवाद गोविंद सिंह निगवाल के द्वारा किया गया।

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