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संग्रहालय में लगाई गई छाया चित्र प्रदर्शनी का शुभांरभ

संग्रहालय में लगाई गई छाया चित्र प्रदर्शनी का शुभांरभ एसडीएम रोशनी पाटीदार ने किया भगवान गणेश और कार्तिकेय के दुर्लभ चित्रों को पर्यटकों ने पसंद किया विश्व संग्रहालय दिवस से शुरू हुई प्रदर्शनी 24 मई तक जारी रहेगी धार। संचालनालय पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय मध्य प्रदेश शासन भोपाल द्वारा मध्य प्रदेश की सबसे प्राचीन संग्रहालय धार में विश्व संग्रहालय दिवस पर शनिवार को मध्य प्रदेश की शैव प्रतिमाएं के तहत सात दिवसीय छाया चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शन का अवलोकन करने आए पर्यटकों ने इसे काफी पसंद किया। भगवान गणेश और कार्तिकेय की दुर्लभ 48 चित्रों की प्रदर्शनी में लंदन संग्रहालय में भगवान कार्तिकेय की प्रतिमा व भगवान गणेश की कंबोडिया सहित अन्य देशों के संग्रहालय में दुर्लभ व पुरा महत्व की प्रतिमाएं होने की जानकारी ने सभी को रोमांचित किया। पहले दिन यहां प्रवेश फ्री रखा गया था। शनिवार को करीब 500 पर्यटकों व कालेज छात्रों आदि ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रतिवर्ष विश्व संग्रहालय दिवस 18 मई को मनाया जाता है। इसी के तहत धार में शनिवार को मध्य प्रदेश की शैव प्रतिमाएं पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन क़िले में किया गया। इसका शुभारंभ शनिवार को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्रीमती रोशनी पाटीदार ने किया। उन्होंने फीता काटकर इस प्रदर्शनी का शुभारंभ करते हुए प्रदर्शनी में लगाए गए छाया चित्रों का अवलोकन किया। उन्होंने मध्य प्रदेश शासन की इस छायाचित्र प्रदर्शनी को देखकर कहा कि बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी आम जन को मिल रही है। इस तरह की प्रदर्शनी का अवलोकन सभी को करना चाहिए। इस मौके पर मध्य प्रदेश की सबसे प्राचीन संग्रहालय धार के सहायक संग्राध्यक्ष डॉ डीपी पांडे ने इस प्रदर्शनी के उद्देश्य और चित्रों के विवरण पर प्रकाश डाला। साथ उन्होंने धार के संग्रहालय की विभिन्न गैलरियों के बारे में भी जानकारी दी। इस मौके पर विशेष रूप से भोज शोध संस्थान के डायरेक्टर डाक्टर दीपेंद्र शर्मा, जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के नोडल अधिकारी श्री प्रवीण शर्मा, ललितकला महाविद्यालय धार की प्राचार्य श्रीमती कांति तिर्क, चित्रकार श्री अनूप श्रीवास्तव मौजूद रहे। एसडीएम रोशनी पाटीदार ने धार के किले में स्थित प्राचीन बावड़ी के कुछ समय पूर्व किए कार्य काफी अवलोकन किया। संबंधित अधिकारियों को उसकी विशेष देखरेख और सुरक्षा के संबंध में निर्देश भी दिए हैं। उल्लेखनीय है कि यह प्रदर्शन प्रतिदिन 24 मई तक प्रातः 10 से शाम 5 बजे तक खुली रहेगी। जिला पुरातत्व संग्रहालय किला परिसर धार में इसका अवलोकन किया जा सकता है। आभार कार्यालय सहायक दिनेश मंडलोई ने माना।

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