सफलता की कहानी नवाचार कर धार जिले के किसान श्री धाकड ले रहे हैं आम की सदाबहार उपज का लाभ मुकेश धाकड़ ने अपने खेत पर लगाए एक दर्जन प्रजाति के 24 से अधिक पौधे
धार जिले के सरदारपुर तहसील का ग्राम राजोद कस्बा पिछले डेढ़ दशक से उद्यानिकी खेती के क्षेत्र मे तेजी से विस्तारीत होकर एक विशिष्ट पहचान बना रहा है।
ग्राम राजोद के युवा किसान श्री मुकेश धाकड एक ऐसे किसान है। जिसने क्षेत्र में सबसे पहले डैगन फ्रुट और रेड डायमंड अमरूद की फसले की पैदावार ली । वही यह किसान नर्सरी के माध्यम से बडी मात्रा मे पौधों की बिक्री भी कर रहा है। वे वीएनआर, पिंक और रेड डायमंड अमरूद के साथ ही डैगन फ्रुट, सीडलेस सीताफल, एप्पल बेर जैसी फसलों का उत्पादन किसान सफलता पूर्वक ले रहे है।
किसान श्री मुकेश धाकड खेती मे नये नये प्रयोग करते रहते है। अब इन्होने आम की बागवानी करने की दिशा मे कदम रखा है। अपने खेत पर करीब एक दर्जन से भी अधिक प्रजाति के आम के पौधे रोपे है। यही नही तीन वर्ष पूर्व थाईलैंड प्रजाती के अपने खेत पर लगाये दो आम के पौधे पर लटालुम आम की बहार आई है। एक पौधे पर 50 से अधिक पल है जबकि इसकी ऊंचाई महज तीन फीट के करीब होगी।
किसान मुकेश धाकड़ ने बताया की थाई प्रजाती का यह आम सदाबहार है। पूरे वर्ष में इस पर फल लगते रहते है। पहली बार इसके पेड पर फलों का उत्पादन ले रहे है। श्री धाकड ने बताया की अभी उन्होने खेत की मेड पर बुनई किग, चेगमाई, किंग आफ चकापत, ब्लैक मैगो, मियाजाकि, अमेरिकन रेड पालमेंट, आसीन, हनी ड्यु, सोनपरी, जम्बो रेड, तोतापुरी, हुन आरा, चौसा एंव नूरजहां जैसी किस्मों के दौ दर्जन से अधिक पौधे लगा रखे है। जिसमे से छोटे पौधे पर तो वे फलों का उत्पादन भी इस वर्ष ले रहे है। किसान श्री धाकड़ ने बताया की अभी तो शौकिया तौर पर ये पौधे लगाये है। यही क्षेत्र की जलवायु आम की फसल के लिये उपयुक्त रही तो आने वाले समय मे वे इसका बाग भी लगायेगे।