समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर का सख्त संदेश, जवाबदेही को सर्वोच्च प्राथमिकता
कलेक्टर प्रियंक मिश्रा की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय में समयावधि पत्रों की विस्तृत समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में सीईओ जिला पंचायत अभिषेक चौधरी सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। कलेक्टर ने बैठक में लंबित प्रकरणों, विभागीय जवाबदेही और प्रशासनिक पारदर्शिता पर विशेष जोर देते हुए स्पष्ट निर्देश दिए।
कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि समयावधि के सभी कार्य निर्धारित समय सीमा में हर हाल में पूर्ण किए जाएँ। देरी, लापरवाही या उदासीनता किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने ई-अटेंडेंस व्यवस्था को शालाओं में शत-प्रतिशत लागू करने के निर्देश दिए और इसे सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग तथा एसी ट्राइबल विभाग को सौंपी। उन्होंने चेतावनी दी कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनिरक्षण के कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी, कर्मचारी एवं बीएलओ के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि नागरिकों की शिकायतों पर त्वरित, गुणवत्तापूर्ण और समाधानकारक जवाब दर्ज किए जाएँ, जिससे लोगों की समस्याओं का वास्तविक निवारण सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने बताया कि अधिकांश सरकारी कार्य अब ई-ऑफिस प्रणाली के माध्यम से ऑनलाइन संपादित किए जा रहे हैं। किसी भी कार्यालय प्रमुख को यदि मैन्युअल फाइल भेजना आवश्यक हो, तो उसे भेजने से पहले पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य होगा।सीईओ जिला पंचायत को निर्देशित किया गया कि सीखो-कमाओ योजना में लक्ष्य प्राप्त न करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किए जाएँ। यदि संतोषजनक उत्तर प्राप्त नहीं होता है, तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।कलेक्टर ने राजस्व विभाग के स्वामित्व, सीमांकन, नामांकन और बटवारा जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही रेलवे लाइन निर्माण हेतु आवश्यक डायवर्सन कार्यों को निर्धारित मानकों के अनुरूप समय पर पूरा करने पर बल दिया।
बैठक के दौरान कलेक्टर श्री मिश्रा ने हाल ही में गेट पर हुई दुखद घटना का उल्लेख करते हुए सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपने-अपने भवनों और कार्यालय परिसरों में मौजूद नुकीली वस्तुओं, क्षतिग्रस्त टीन शेड, खुले ढाँचे और जोखिमयुक्त हिस्सों की तत्काल जांच कर उन्हें सुरक्षित मानकों के अनुरूप दुरुस्त कराएँ। विशेष रूप से एसपी कार्यालय गेट के पास स्थित ढाँचे को तुरंत ठीक कराने के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने कहा कि जनहित, पारदर्शिता और समयबद्धता प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकताएँ हैं। उन्होंने अपेक्षा व्यक्त की कि सभी विभागीय अधिकारी समन्वय और संवेदनशीलता के साथ कार्य करते हुए जिले की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाएँगे।