बंद करे

’’सहकार से समृद्धि’’ योजनांतर्गत जिला स्तरीय संगोष्ठी का शुभांरभ हुआ

भारत सरकार की ’’सहकार से समृद्धि योजना अंतर्गत बुधवार को केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री जी के नई दिल्ली कार्यक्रम के उद्बोधन का सीधा प्रसारण जिला स्तर से करवाया गया है। भारत सरकार की ’’सहकार से समृद्धि योजना अंतर्गत जिला स्तरीय कार्यक्रम में अतिथियांे एवं द्वारा द्वीप प्रजलित कर धार जिला स्तरीय संगोष्ठी का शुभांरभ किया। इस दौरान मंत्री जी का उद्बोधन का जिला बैंक धार के सभागार में उपस्थित सभी जिला बैंक कर्मचारी एवं कृषक बंधुओं को कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सहकार भारतीय के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री ठाकरे, मोतीलाल पाटीदार, नाबार्ड जिला विकास अधिकारी सागरिका चापेकर एवं सहायक आयुक्त सहकारिता जिला प्रत्याक्षा रघुवंशी द्वारा ’’सहकार से समृद्धि’’ योजनांतर्गत चलाई जा रही योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। भारत सरकार, ’’सहकार से समृद्धि’’ योजनांतर्गत धार जिला स्तरीय संगोष्ठी एवं नवगठित बहुउद्देशीय मत्स्य सहकारी संस्था बरखेडा व केसूर एवं बहुउद्देशीय एफ.पी.ओ.सहकारी संस्था सिंघाना, तिरला (धार) एवं तोरनोद को प्रमाण पत्र वितरण किया गया। बैंक मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रायकवार द्वारा ’’सहकार से समृद्धि’’ योजनांतर्गत उद्बोधन में प्राथमिक सहकारी समितियों का आर्थिक सुद्दढीकरण, पैक्स के सशक्तिकरण हेतु उनका कम्प्युटरीकरण, प्रत्येक पंचायत, गांव में बहुउद्देशीय पैक्स, डेयरी, मत्स्य सहकारी समिति की स्थापना की जाना, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये सहकारिता क्षे़त्र में विश्व की सबसे बडी विकेन्द्रीकृत अन्न भंडारण योजना, ई-सेवाओं की बेहतर पहुच के लिये कामन सेवा केन्द्री (सीएससी) के रूप में पैक्स को प्रशिक्षण दिया जाना, पैक्स के द्वारा नए किसान उत्पादक संगठन (एफपीओएस) का गठन, पैक्स की एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटरशिप के लिए पात्रता, पैक्स कों ग्रामीण स्तर पर जेनरिक दवाईयों की पहुच के लिये जन औषधि केन्द्र के रूप में आनलाईन आवेदन के लिये प्रोत्साहित करना एवं सहकारी बैंकों में आ रही कठिनाईयों के निवारण के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम का संचालन ममता शुक्ला स्थापना अधिकारी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सौरवसिंह समकारिया विपणन अधिकारी, तेजप्रताप सिविल उपयंत्री, अंकित परमार योजना सहित बैंक के समस्त शाखा प्रबंधक व कृषकगण मौजूद थे।

"> ');