सिकल सेल बीमारी के प्रति जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण कदम है -कलेक्टर श्री मिश्रा
सिकल सेल बीमारी के प्रति जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण है। सबसे पहले इस बीमारी को देखते हुए कार्य करना है वो सभी जागरूकता पर ही करना है। प्रदेश के महामहिम राज्यपाल मंगूभाई पटेल की प्रेरणा से पूरे प्रदेश में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पूरे प्रदेष में इस दिवस को मनाया जाता है। इसलिए धार जिले में भी सिकल सेल बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाना है। उक्त बातें कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर पीजी कॉलेज के ऑडिटोरियम हॉल में आयोजित सिकल सेल एनीमिया हेतु जागरूकता कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम को मनोज सोमानी, जनभागीदारी समिति अध्यक्ष दीपक बिड़कर, जिला पंचायत सीईओ सविता झानिया ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में अधिकारी, कर्मचारी, नागरिकगण सहित छात्र छात्राएं भी शामिल रहे। कलेक्टर श्री मिश्रा ने कहा की कहा कि मीडिया/सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से सिकल सेल से जागरूकता हेतु अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करना है। लोगों को इसके प्रति सावधानी रखनी चाहिए। इसकी स्क्रीनिंग भी करवाना चाहिए ताकि इसका प्रकोप न रहे। इसके लिए हमने नर्सिंग के बच्चों को भी बुलाया है, क्योंकि वह भी भविष्य में इस कार्य के प्रति लोगों में जागरूकता लायेंगे। कलेक्टर श्री मिश्रा ने कहा कि मेरा सभी को यहीं संदेश है कि इस बीमारी को जाने, समझे और जागरूक रहें और इस बीमारी से बचें। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा आमजनों के प्रति जागरूकता लाने के लिए ग्राम पंचायतों के माध्यम से शिविर आयोजित किए जाएंगे तथा इसके पूर्व में भी विधानसभा चुनाव के पहले कैम्प लगाकर आमजनों को जागरूकता किया गया है। जिसके तहत सबका कार्ड बन जाए और इसके लिए गांवों और पंचायतों में ग्रामसभाओं के माध्यम से शिविर आयोजित किए जायेंगे। इसके लिए आषा कार्यकर्ता, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को भी निर्देश दिए गए है कि गॉंव में लागों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जाए, क्योंकि सबको इस बीमारी के बारे में मालूम होना सबसे जरूरी है। ज्ञात हो कि विश्व सिकल सेल दिवस पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम जिला डिंडोरी में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुआ। साथ ही जिला मुख्यालय पर शासकीय पी. जी. कॉलेज (ऑडिटोरियम) हॉल में उपस्थित जनसमुदाय ने कार्यक्रम का सीधा प्रसारण एलईडी के माध्यम से देखा और सुना।