हर्षाेल्लास से मनाया जायेगा मध्यप्रदेश स्थापना दिवस, जिला स्तर पर पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में होगा मुख्य आयोजन
मध्यप्रदेश स्थापना दिवस इस वर्ष पूरे प्रदेश में उल्लास और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। राजधानी भोपाल सहित सभी जिला मुख्यालयों पर 1 से 3 नवम्बर तक तीन दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। इस अवसर पर एक नवम्बर की रात सभी शासकीय भवनों पर भव्य प्रकाश व्यवस्था की जाएगी, जबकि जिला स्तर पर मुख्य आयोजन पीजी कॉलेज सभागार में शाम 6 बजे से होगा।समारोह में विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ आयोजित की जाएंगी, जिनमें नृत्य, गायन तथा स्थानीय कलाकारों की लोक प्रस्तुतियाँ शामिल रहेंगी। साथ ही जिले की विशिष्ट प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाएगा। राजधानी भोपाल के लाल परेड मैदान पर राज्य स्तरीय मुख्य समारोह एक नवम्बर को प्रातः 11 बजे से आयोजित होगा। इस अवसर पर “विकसित मध्यप्रदेश /2047” दृष्टि पत्र का विमोचन किया जाएगा। साथ ही एमपीई-सेवा और ‘इन्वेस्ट एमपी’ पोर्टल का शुभारंभ भी किया जाएगा। कार्यक्रम में प्रतिष्ठित कलाकारों द्वारा सुगम संगीत की प्रस्तुति और भव्य आतिशबाजी का आयोजन होगा। 2 और 3 नवम्बर को राज्यभर में स्व-सहायता समूहों और प्रतिष्ठित शिल्पियों की ‘आर्ट एंड क्राफ्ट’ प्रदर्शनी सह विक्रय स्टॉल लगाए जाएंगे। इन प्रदर्शनों के माध्यम से प्रदेश की लोक संस्कृति, कला और परंपरा का लोकव्यापीकरण किया जाएगा। साथ ही महाराजा विक्रमादित्य महानाट्य और सुगम संगीत कार्यक्रमों का मंचन भी होगा। विभिन्न विभागों की ओर से जनकल्याणकारी योजनाओं, उद्योग, विज्ञान और विकास संबंधी उपलब्धियों पर केंद्रित प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसके अलावा मध्यप्रदेश के विकास पर आधारित एक विशेष फिल्म का प्रदर्शन भी किया जाएगा। स्थापना दिवस पर स्कूलों और कॉलेजों में वाद-विवाद, निबंध, चित्रकला, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता और फोटो प्रदर्शनी जैसे विविध प्रतियोगिताएँ आयोजित होंगी। इन आयोजनों के माध्यम से युवाओं को मध्यप्रदेश की गौरवशाली विरासत, संस्कृति और विकास यात्रा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। जिला स्तर पर भी कलेक्टरों के समन्वय में प्रभारी मंत्री समारोह को अंतिम रूप देंगे। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, समाजसेवियों, उद्योगपतियों, धर्मगुरुओं, शिक्षकों, विद्यार्थियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, लोकतंत्र सेनानियों तथा शहीद सैनिकों के परिवारों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। प्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि स्थापना दिवस का यह उत्सव समाज के हर वर्ग की भागीदारी से जन-जन का पर्व बने।
 
                        
                         
                            