जिले में कृषि का परिदृश्य
प्रस्तावना:-
जिले की कृषि स्थिति के परिदृश्य अंतर्गत धार जिला तीन कृषि जलवायु क्षेत्र में विभाजित हैं।
- मालवा अंतर्गत विकासखण्ड धार, तिरला, नालछा, सरदारपुर, बदनावर, निमाड जलवायु़ अंतर्गत मनावर, धरमपुरी, उमरबन, निसरपुर एवं झाबूआ पर्वतीय श्रेणी जलवायु अंतर्गत कुक्षी, बाग, गंधवानी, ड़ही शामिल है।
- भिन्न जलवायु मालवांचल में सोयाबीन की खेती लगभग 90 प्रतिशत क्षेत्र में की जाती है।
- निमाड़ अंचल में कपास 47 प्रतिशत,मक्का 22 प्रतिशत,सोयाबीन 15 प्रतिशत क्षेत्र में की जाती है।
- इसी प्रकार झाबुआ पर्वतीय श्रेणी अंतर्गत कपास 41 प्रतिशत मक्का 23 प्रतिशत सोयाबीन 22 प्रतिशत एवं दलहनी फसले, उडद, मुगं, अरहर, चवला आदि 6 प्रतिशत क्षेत्र में की जाती है।
- इसी अनुक्रम में रबी फसलो गेहु 76 प्रतिशत एवं 17 प्रतिशत में चना फसल की बोनी की जाती है। जिले में 18 हजार 947 कृषकों का 14 हजार 684 हेक्टेयर रकबा वन पट्टाधारी कृषकों का है
सिंचाई की स्थिति:-
- जिले का सिंचित क्षेत्रफल 4 लाख 18 हजार 272 हेक्टेयर है।
- शासकीय स्त्रोत अंतर्गत वृहद् परियोजना मान,माही,जोबट से सिंचित रकबा 34 हजार 450 हेक्टेयर है।
- लघु सिचाई योजना संभाग मनावर एवं धार द्वारा 62 हजार 524 हेक्टेयर है।
- औंकारेश्वर परियोजना द्वारा 66 हजार हेक्टेयर इस प्रकार शासकीय स्त्रोत से 1 लाख 62 हजार 974 हेक्टेयर है।
- अशासकीय स्त्रोत कुऑ, नलकुप, नदी, तालाबो से 2 लाख 55 हजार 298 हेक्टेयर में सिंचाई की जाती है।