जागरूकता रथ के माध्यम से समुदाय को बाल अधिकार एवं बाल संरक्षण के सम्बन्ध में किया जायेगा
महिला एवं बाल विकास विभाग एवं ममता एचआईएमसी द्वारा किशोर सशक्तिकरण, बाल विवाह एवं बाल हिंसा रोकथाम कार्यक्रम अंतर्गत युएनसीआरसी स्वीकृति दिवस के उपलक्ष्य में 5 दिवसीय जागरूकता रथ को कलेक्टर श्री प्रियंक मिश्रा ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट प्रांगण से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कलेक्टर श्री मिश्रा ने इस दौरान समस्त सम्बंधितों से कहा गया कि यह जागरूकता रथ रूट के अनुसार जिन-जिन ग्रामों एवं शहरो में भ्रमण करेगा, वहॉं सहयोग प्रदान करें।
इसके पूर्व समस्त विभाग प्रमुखों के साथ जिला पंचायत सभागार में चल रही बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री सुभाष जैन द्वारा इस जागरूकता रथ के बारे में संक्षेप्त में बताते हुआ कहा कि इस जागरूकता रथ के माध्यम से बाल अधिकारों एवं बाल संरक्षण के मुद्दे जिसमे बाल विवाह, बाल श्रम, बाल भिक्षा वृत्ति, बच्चों के विरुध्य होने वाली लैंगिक एवं शारीरिक हिंसा, लैंगिक भेदभाव, महिला हिंसा बच्चों के अधिकारों के सम्बन्ध में जागरूक किया जायेगा एवं बच्चों एवं महिलाओं के लिए आवश्यक टोल फ्री नंबर का प्रचार प्रसार करेगा। जिला समन्वयक द्वारा बताया गया कि रथ के माध्यम से शालाएं, आंगनवाडी केंद्र, चौपाल/हाट बाजार, ग्राम पंचायत/सामुदायिक भवन आदि स्थानों पर प्रचार प्रसार किया जाएगा । विभिन्न हितग्राहियों से चर्चा की जायेगी । जिसके उदेश्य समुदाय में बच्चों और महिलाओं से जुडी सरकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार करना, देखरेख और संरक्षण के जरूरतमबंद बच्चों तक पहुँच बनाना, देखरेख और संरक्षण के जरूरतमंद बच्चों का चिन्हांकन करना वंचित बच्चों की पहचान /चिन्हांकन, बाल संरक्षण और जेंडर भेदभाव के मुद्दों के समुदाय के अनुभवों जानना और सीखना है । जारुकता रथ की सीख के आधार पर वार्षिक कार्य योजना बनाकर कार्य किया जायेगा । इस अवसर पर ममता एचआईएमसी के जिला समन्वरयक श्री राजेश शर्मा भी उपस्थित थे।