औषधी पौधे की खेती किस प्रकार की जाती है, से किसानों को अवगत कराया
राज्य औषधी पादप बोर्ड द्वारा तथा मध्यप्रदेश आयुष विभाग के निर्देशानुसार जिले में दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर औषधी पोंधे अश्वगंधा, तुलसी, सतावरी संबंधी पौंधे की खेती करने के संबंध में किसानों को जानकारी दी गई। समापन अवसर पर कृषि वैज्ञानिक डॉ. आरके गठिया, डॉ. डीके मंडलोई, डॉ श्रीवास्तव, जिला आयुष अधिकारी डॉ रमेशचन्द्र मुवेल ने औषधि पौधे के बारे में किसानों को किस प्रकार की खेती की जाना और कहां किसकी मंडी लगती है, मण्डी में बेची जाती औषधी की जानकारी विस्तार से दी गई। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया कि अश्वगंधा की खेती और सर्पगंधा की खेती, स्टीविया की खेती, तुलसी की खेती, अकरकरा की खेती सरदरपुर के ब्लाक तिरला में अधिक की जाती है। साथ ही किस प्रकार की मिट्टी में कौन सी औषधी उगाई जाना चाहिए यह भी जानकारी वैज्ञानिकों के माध्यम से कृषकों को दी गई है।