प्रजातांत्रिक व्यवस्था में 4 स्तम्भों का बहुत महत्व है – मंत्री श्री विजयवर्गीय
प्रजातांत्रिक व्यवस्था में 4 स्तम्भों का बहुत महत्व है। परिवर्तन जहां जरूरी है, वहां पर स्वीकार करें। नए कानून लागू होने पर आम आदमी, पुलिस, वकील और अदालतों के कामकाज में काफी बदलाव हुआ है। आईपीसी की जगह भारतीय न्याय संहिता, सीआरपीसी की जगह भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और इंडियन एविडेंस एक्ट की जगह भारतीय साक्ष्य अधिनियम ने ले लिया। इन तीनों नए कानूनों के लागू होने के बाद कई सारे नियम-कायदे बदले है। इनमें कई नई दफा यानी धाराएं शामिल की गई हैं तो कुछ धाराओ में बदलाव हुआ है, कुछ हटाई गई हैं। यह बात नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने जिला अभिभाषक संघ के कार्यक्रम में कही। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम के दोनों पहलू बहुत ही पुनीत है। तीन नए कानून और एक पेड़ मां के नाम। हमें अपने दायित्व और कर्तव्य का निर्वहन अच्छे से करना है। इंदौर में जितने पौधे लगाए गए हैं उससे प्रेरणा लेकर जिले मैं भी पेड़ लगाए जा रहे है जमीन जत्ती को सिटी फरेस्ट बनाया जा रहा है । इसे बाद में पिकनिक स्पॉट भी बनाया जाएगा। पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने एक पेड़ मां के नाम और नए कानून की परिकल्पना पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा की मां के नाम पर एक पेड़ लगाना बहुत ही भवनात्मक है। कार्यक्रम में प्रधान सत्र न्यायाधीश संजीव कुमार अग्रवाल, जिला अभिभाषक संघ अध्यक्ष हितेश ठाकुर से भी उद्बोधन दिया। कार्यक्रम में विधायक धरमपुरी कालू सिंह ठाकुर, न्यायाधीश, अभिभाषक मौजूद रहे। कार्यक्रम के बाद अतिथियों द्वारा एक पेड़ मां के नाम के तहत परिसर में पौधारोपण भी किया।