सफ़लता की कहानी मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से बच्चों की किताबें खरीदने की चिंता हुई दूर मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से महिलाओं की जीवनशैली में आया सुधार
विक्रम नगर धार की निवासी श्रीमती सुमन परमार बताती है कि मैं एक गरीब परिवार की महिला हूँ। मेरे पति मज़दूरी कर परिवार का जीवन यापन करते है। मेरी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। मेरा सपना था कि मैं अपने बच्चों को अच्छे विद्यालय में शिक्षा दिला सकूं ताकि उनका सफल भविष्य का निर्माण हो सके।मेरे पुत्र पवन परमार का आरटीई के माध्यम से शाला में निःशुल्क प्रवेश भी हो चुका था परन्तु मैं उसके लिए और किताबें खरीदने में असमर्थ थी,जिससे मुझे बच्चों के भविष्य की चिंता भी सता रही थी। मुझे आंगनवाडी कार्यकर्ता के माध्यम से मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के बारे में जानकारी मिली और फिर उनकी सहायता से मैंने लाडली बहना पोर्टल पर मेरा पंजीयन करवा लिया और मुझे प्रतिमाह लाभ प्राप्त हो रहा है। मैं लाड़ली बहना योजना के पैसे से अपने पुत्र की किताबें खरीदकर उसे विद्यालय में पढ़ा रही हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि अब मेरा बेटा अपने भविष्य में अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सफलता हासिल करेगा। वे बताती है कि मुझे मुख्यमंत्री जी द्वारा लाड़ली बहना योजना से वर्तमान में जो 1250 प्रतिमाह जो प्राप्त हो रहा है वह मेरी आर्थिक स्थिति सुधार में मददगार हुआ है। मैं माननीय मुख्यमंत्री जी की दिल से आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनवाने के लिए जो ये योजना की शुरूआत की है उन्हें मेरी और मध्यप्रदेश की समस्त महिलाओं की जीवनशैली में सुधार करने व बदलाव लाने के लिए बहुत- बहुत आभारी हूं।