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ई-रजिस्ट्री और ई-पंजीयन की नवीन प्रणाली पर विकसित “संपदा-2.0” पोर्टल

मध्य प्रदेश में संपदा 2.0 का शुभारंभ हो चुका है। जिससे लोगों ने घर बैठे ऑनलाइन रजिस्ट्री करना भी प्रारंभ कर दी है। इस पोर्टल के माध्यम से लोग अपनी प्रॉपर्टी को बेच भी सकते हैं और खरीद सकते हैं। संपदा 2.0 पोर्टल और मोबाइल ऐप से ई-रजिस्ट्री और ई-पंजीयन की नवीन प्रणाली पर विकसित किया गया है। वरिष्ठ जिला पंजीयक डॉ. प्रभात बाजपेयी ने बताया कि संपदा के नवीन संस्करण संपदा 2.0 को सम्पूर्ण प्रदेश में लागू किया जा चुका है। नवीन संस्करण संपदा 2.0 में वर्ष 2015 के पूर्व पंजीबद्ध भौतिक दस्तावेजों की प्रतिलिपि के आवेदन करने हेतु सुविधा उपलब्ध है। नागरिक स्वयं को संपदा 2.0 में रजिस्टर कर दस्तावेजों की प्रतिलिपि के लिए आवेदन कर सकते है। साथ ही लोग घर बैठे ऑनलाइन रजिस्ट्री कर सकते हैं। इसके अलावा ई-पंजीयन की प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल हो गई है। ई-स्टॉम्पिंग की प्रक्रिया भी ऑनलाइन हो गई है। लोग अपने खुद के स्थान से केवाईसी कर सकते हैं और आसानी से भुगतान तरीके के साथ अपने ई-स्टाम्प शुल्क का भुगतान कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि यह आमजन की हर जरूरत पूरी कर रहा है। जीरो बैलेंस खाता, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन और ई- रजिस्ट्री जैसे नवाचार ने सभी का जीवन सरल और सुगम बनाया है। मध्यप्रदेश में नवीन तकनीक पर आधारित “संपदा-2.0” का नवाचार ऑनलाइन दस्तावेज पंजीयन में डिजिटल क्रांति का माइलस्टोन बनेगा। पहले प्रदेश में दस्तावेज पंजीयन और अन्य कार्यों के लिए कार्यालय आना पड़ता था लेकिन पोर्टल और ऐप के माध्यम से सभी लोग घर से ही इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। “संपदा-2.0” उन्नत तकनीक पर आधारित सॉफ्टवेयर है। इसमें राजस्व वित्त विभाग और नगरीय प्रशासन के साथ जीएसटी और युनिक आईडी आधार से भी इंटीग्रेटेड किया गया है। जमीन की कलेक्टर गाइडलाइन दर ऐप में लोकेशन के माध्यम से मालूम हो सकेगी। सॉफ्टवेयर से संपत्ति की जीआईसी मैपिंग होगी, बायोमैट्रिक पहचान और दस्तावेजों की फॉर्मेटिंग भी होगी। दस्तावेजों के पंजीयन के लिए व्यक्तिगत मौजूदगी की जरूरत नहीं होगी। घर बैठे ही दस्तावेज सत्यापन और पंजीकरण हो सकेगा। दस्तावेज की सॉफ्ट कॉपी व्हाट्सएप और ईमेल से आवेदक को प्राप्त होगी।

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