बंद करे

अल्पविराम परिचय कार्यशाला सम्पन्न

मध्यप्रदेश राज्य आनंद संस्थान आनंद विभाग के निर्देशानुसार मनावर जनपद सभागृह में बुधवार को जनपद पंचायत मनावर में ब्लॉक स्तरीय एक दिवसीय अल्पविराम कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने प्रतिभागिता की। शुरुआत में देवी मां सरस्वती को पुष्प एवं माल्यार्पण दीप एवं कपूर के अर्पण के साथ ज्ञान रूपी महक एवं प्रकाश से हुई। तत्पश्चात इतनी शक्ति हमें देना दाता प्रार्थना केबी. मानसरे, संजय गुप्ता मास्टर ट्रेनर एवं जिला संपर्क व्यक्ति डॉ. दिनेश कश्यप द्वारा की गई। सत्र की शुरुआत में डॉ. कश्यप, मास्टर ट्रेनर श्री गुप्ता द्वारा प्रतिभागियों के भीतर निहित कार्य क्षमता को पहचानने हेतु करवाई गई। गतिविधि करके सभी उपस्थित प्रतिभागी स्वयं में जुड़ाव महसूस कर आश्चर्यचकित हुए सारा हाल पूर्ण रूप से शांत हो गया। तत्पश्चात मास्टर ट्रेनर ने राज्य आनंद संस्थान द्वारा चलाई जा रही गतिविधियों से वीडियो के माध्यम से सभी को परिचित करवाया। आपने सी सी डी संपर्क सुधार दिशा नामक सत्र लेते हुए बताया कि दूसरे व्यक्ति के दुख का कारण मैं स्वयं होता हूं। मेरी बुराई ही मुझे गलत कार्य करवाती है, मैं ठग लालची आलसी बनकर खुद से दूर होने से धोखा देता हूं। इस कारण मैं भीड़ में भी स्वयं को अकेला ही पाता हूं। मुझे कार्य करते समय मेरा भला तो दिखाई देता है लेकिन मैं दूसरों के साथ क्या कर रहा हूं या नहीं दिखाई देता। इसी कारण से शासन द्वारा हम सभी के लिए स्वयं के भीतर झांकने व पहचान सुधार हेतु अल्पविराम कार्यशाला का आयोजन महत्वपूर्ण बन जाता है। इस दौरान श्री मानसरे ने चिंता का दायरा एवं प्रभाव का दायरा सत्र भी लिया। समस्त प्रतिभागीएक मनोरंजन गतिविधि में शामिल हुए, जिसका नाम पील बनाना, पील-पील बनाना, कट बनाना, कट-कट बनाना, एट बनाना, एट-एट बनाना, ऑफ बनाना ऑफ बनाना था, गतिविधि मिरर करवाई। इस गतिविधि से सभी प्रतिभागी आनंदित हुए। दूसरा सत्र फ्रीडम ग्लास एवं रिश्ता मास्टर ट्रेनर श्री मानसरे एवं श्री गुप्ता द्वारा लिया गया। अपने प्रतीक वस्तुएं जैसे मिर्ची जलन का प्रतीक की चुभन का प्रतीक पत्थर कठोरता का प्रतीक पैसा लालच का प्रतीक टिशू पेपर स्वार्थी और मतलबी आदमी का प्रत्येक के माध्यम से स्वयं के भीतर छुपी हुई बुराइयों को निकाल । इस गतिविधि से प्रतिभागी भावुक हो उठे। रिश्तों पर चर्चा करते हुए नियत कार्य जैसे कि एक ही कर्मचारी कभी पुत्र कभी पिता कभी भाई देवरानी बहू पुत्री तो कभी अधिकारी कभी शिक्षक शिक्षिका कर्मचारी आदि का फर्ज अदा करता है ऐसे में हमारे रिश्ते कमजोर होते हैं तो हमें दुख मिलता है और जब हमारे रिश्ते मजबूत होते हैं तो हमारे भीतर आनंद का सागर उमड़ने लगता है। सत्र के दौरान उपस्थित प्रतिभागियों में सीईओ जनपद मनावर विष्णु कुमार गुप्ता सहित नीरजा ठाकुर, अभिषेक भगत, पीयूष कुमार, मोहनलाल पवार, चेतना गोरे ,सुदामा पैनल, सुनीता गायकवाड, कमल चौहान, फतेह सिंह सोलंकी, शहजाद शाह, राधेश्याम खोड़ आदि ने शेयरिंग की। उक्त जानकारी जिला संपर्क व्यक्ति डॉ कश्यप आनंद विभाग जिला द्वारा दी।

"> ');