जनजातीय गौरव दिवस कार्यशाला का आयोजन
शासकीय कन्या महाविद्यालय धार में मंगलवार को जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में एक दिवसीय कार्यशाला एवं प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथि द्वारा सरस्वती माता की पूजा अर्चना के साथ हुआ। प्रारंभ में कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में संयोजक डॉ. सुनीता मुजाल्दे द्वारा दी गई। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुशील फड़के द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा के विषय पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के मुख्यवक्ता एडवोकेट सोनल दरबार द्वारा जनजातीय गौरव दिवस रीति- रिवाज, परंपराएं विषय पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिया गया। जिसमें जगदीश जोशीले के लेखन रानी दुर्गावती के साहस और बलिदान के बारे में बताया कि उन्होंने विषम परिस्थितियों में शासन व्यवस्था संभालने के साथ ही देश की स्वतंत्रता आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाई। मानगढ़ की पहाड़ी, संत सिंगाजी, भादवा माता मंदिर, नलखेड़ा बगलामुखी माता मंदिर आदि का उल्लेख किया गया। साथ ही जनजातियों की संस्कृति एवं परंपराओं के बारे में जानकारी दी तथा छात्राओं को प्रेरित किया कि परंपरा व संस्कृतियों को बचाए रखे। इसी प्रकार रूपसिंह नागर ने जनजातीय गौरव दिवस को मनाए जाने संबंधित जानकारी प्रदान की। साथ ही आजादी के 75वीं जयंती तथा विभिन्न जनजाति महापुरुषों के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई । कार्यक्रम का संचालन प्रो. ज्योति बमनणके द्वारा किया गया। उन्होंने छात्राओं को जल, जंगल और जमीन को बचाने के लिए आदिवासियों के द्वारा किया गए कार्यों को बताया कि कैसे प्रकृति का संरक्षण आदिवासियों के द्वारा किया जाता है। कार्यक्रम में छात्राओं के द्वारा सुंदर नृत्य की प्रस्तुति दी गई, जिसमें दल मुस्कान निगवाल बीएससी द्वितीय वर्ष द्वारा दी गई। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में प्रो. जयश्री कन्नौजै, डॉ. विनती बोरासी, डॉ. कोमल भाटिया, डॉ सीमा परमार का सराहनीय योगदान रहा। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा कु. नीलम कनसिया, द्वितीय स्थान पर कु. शिवांगी बुंदेला तथा तृतीय स्थान पर कु, मुस्कान, कु, सरस्वती कटारे रही। आभार सहसयोजक डॉ- कोमल भाटिया द्वारा किया गया।