जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा का स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार पर जोर टीकाकरण, मातृ-शिशु देखरेख, सिकल सेल स्क्रीनिंग, अस्पताल विकास सहित कई विषयों पर चर्चा
कलेक्टर प्रियंक मिश्रा की अध्यक्षता में आज जिला स्वास्थ्य समिति की महत्वपूर्ण बैठक कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, शिशु-मातृ देखरेख, टीकाकरण, अस्पतालों के निर्माण एवं मरम्मत कार्यों सहित विभिन्न बिंदुओं पर गहन समीक्षा की गई। कलेक्टर ने अधिकारियों और कर्मचारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में दिए निर्देश
• स्वास्थ्य कर्मचारियों की उपस्थिति अनिवार्य रहेगी। ANM, CHO एवं MPW यदि सार्थक उपस्थिति नहीं लगाते हैं, तो उनके विरुद्ध कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी। इस बिंदु की साप्ताहिक समीक्षा TL मीटिंग में की जाएगी।
• MDR (मातृ मृत्यु) रिपोर्टिंग अनिवार्य की गई है। रिपोर्टिंग में लापरवाही पाए जाने पर संबंधित पर कार्यवाही होगी।
• सिकल सेल स्क्रीनिंग हेतु डही ब्लॉक में विशेष हेल्थ कैंप आयोजित किया जाएगा।
• High risk गर्भवती महिलाओं का फॉलोअप सुनिश्चित किया जाए और सभी आवश्यक जांचें पूर्ण कराई जाएं।
• टीकाकरण 100% सुनिश्चित किया जाए। टीकाकरण दिवस पर किसी भी कर्मचारी को छुट्टी नहीं दी जाएगी।
• ANC माताओं की ट्रैकिंग कर उनकी जांचें Anmol 2.0 पोर्टल पर दर्ज की जाएं। सभी गर्भवती महिलाओं के 4 ANC चेकअप अनिवार्य रूप से कराए जाएं।
• समग्र आईडी में पति और परिवार की लिंकिंग तथा 100% eKYC अनिवार्य की गई है।
• शिशु मृत्यु रिपोर्टिंग में सुधार की सराहना की गई। मृत्यु की स्थिति में कारणों की जांच अनिवार्य की गई है।
• NRC बेड एकूपेंसी को बेहतर बनाने पर बल दिया गया। बच्चों के समय पर फॉलोअप सुनिश्चित किए जाएं।
• दस्तक अभियान के तहत एनीमिया की जांच, प्रबंधन और रोकथाम जरूरी बताया गया।
• विटामिन-A सप्लीमेंटेशन पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
• कुष्ठ रोगियों की पहचान और समय पर डायग्नोसिस व ट्रीटमेंट सुनिश्चित करने पर बल।
• आयुष्मान भारत कार्ड निर्माण में गति लाने के निर्देश दिए गए।
• TB मुक्त ग्राम पंचायत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए फूड बास्केट वितरण और निकष मित्र बनाने की बात कही गई।
• रेबीज वैक्सीन की उपलब्धता हर समय सुनिश्चित की जाए।
• स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया जाए।
• गंधवानी का नया अस्पताल, पुराने स्थान पर ही बनेगा।
• धामनोद, नालछा और निसारपुर अस्पतालों में विद्युत कार्य DMF फंड से करवाया जाएगा।
• तिरला अस्पताल में बाउंड्रीवाल निर्माण के भी निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे स्वास्थ्य सेवाओं को जनहित में सर्वोच्च प्राथमिकता दें और निर्धारित समय-सीमा में सभी कार्यों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करें।