लाड़ली लक्ष्मी उत्सव का आयोजन हुआ
जिले में मध्यप्रदेश शासन की महत्वाकांक्षी लाड़ली लक्ष्मी योजना के गौरवशाली 18 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में भव्य लाड़ली लक्ष्मी उत्सव का आयोजनों शुक्रवार को किया गया। यह योजना, जिसका शुभारंभ 2 मई 2007 को बालिका जन्म के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने, लिंगानुपात में सुधार लाने और बालिकाओं की शिक्षा एवं स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उद्देश्य से किया गया था, आज बेटियों के जीवन में उम्मीद की किरण बनकर उभरी है।
कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक कन्या पूजन और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ, जो हमारी संस्कृति में नारी शक्ति के सम्मान और प्रकाश का प्रतीक है। कार्यक्रम को विधायक नीना वर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार महिलाओं और बालिकाओं के कल्याण के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। उन्होंने उपस्थित अभिभावकों से आग्रह किया कि वे इन योजनाओं और सुविधाओं का लाभ उठाकर अपनी बेटियों के उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करें। कार्यक्रम की रूपरेखा से जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास सुभाष जैन अवगत कराया गया । सहायक संचालक भारती डांगी महिला एवं बाल विकास ने योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश सरकार इस योजना के अंतर्गत बालिकाओं को कुल ₹1,43,000 की सहायता प्रदान करती है, जिसमें से ₹1,00,000 की राशि बालिका के 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने और उसके माता-पिता द्वारा बाल विवाह न करने की शर्त पर एकमुश्त प्रदान की जाती है।
कार्यक्रम में लाड़ली लक्ष्मी योजना से लाभान्वित हुई बालिकाओं ने मंच पर आकर अपने अनुभव साझा किए। इसी के साथ दो बालिकाओं को प्रतीक रूप से योजना के हितग्राही प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए गए। कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अर्चना दवे, कुसुम सोलंकी एवं सम्मानित सदस्याएं और परियोजना अधिकरी महिला एवं बाल विकास, पर्यवेक्षक सहित महिलाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम का संचालन ज्योति पाल और सभी के प्रति आभार प्रदर्शन भारती डांगी द्वारा किया गया ।