विश्व संग्रहालय दिवस पर ‘संग्रहालय वॉक’ का आयोजन, नई पीढ़ी को जोड़ने का प्रयास
मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति विभाग के संचालनालय पुरातत्व, अभिलेखागार व संग्रहालय द्वारा विश्व संग्रहालय दिवस 18 मई को मनाया गया। धार स्थित मध्यप्रदेश के सबसे प्राचीन पुरातत्व संग्रहालय किला परिसर में रविवार को विश्व संग्रहालय दिवस के अवसर पर ‘संग्रहालय वॉक’ का आयोजन किया गया। यह आयोजन न केवल ऐतिहासिक धरोहरों को जानने का अवसर बना, बल्कि नई पीढ़ी को अपने गौरवशाली अतीत से जोड़ने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम रहा।
धार के पुरातत्व संग्रहालय में विश्व संग्रहालय दिवस के उपलक्ष्य में ‘संग्रहालय वॉक’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भोज शोध संस्थान के निदेशक डाॅ. दीपेंद्र शर्मा थे। उन्होंने कहा कि “संग्रहालय केवल वस्तुओं का संकलन नहीं, बल्कि हमारे इतिहास का जीवंत दस्तावेज हैं। इन धरोहरों के माध्यम से नई पीढ़ी को अपने अतीत की पहचान होती है।”
डॉ. शर्मा ने इस बात पर विशेष बल दिया कि धार का संग्रहालय मध्यप्रदेश का सबसे प्राचीन संग्रहालय है, जो स्वयं में गौरव की बात है। यहां संग्रहित अनेक धरोहरें ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत मूल्यवान हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे संग्रहालय में अवश्य आएं और अपनी संस्कृति से जुड़ें। कार्यक्रम में विशेष अतिथि शिक्षाविद् श्री जयंत जोशी ने कहा कि “नई शिक्षा नीति में भी संग्रहालयों को शैक्षणिक संसाधन के रूप में जोड़ा गया है, जिससे बच्चों को ऐतिहासिक ज्ञान और धरोहरों की समझ मिल सके।” इस अवसर पर पुरातत्व विभाग के दिनेश मंडलोई ने वरिष्ठ अधिकारी के संदेश का वाचन करते हुए संग्रहालय दिवस की महत्ता को रेखांकित किया। संग्रहालय के क्षेत्र में कार्य करने वाले विशेष व्यक्तियों एवं संग्रहकर्ताओं का सम्मान भी आयोजन किया गया। इसी के तहत जनता संग्रहालय के लिए कार्य कर रहे डा. दीपेद्र शर्मा को पुरातत्व विभाग की ओर से शॉल, श्रीफल और प्रतीकचिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। धार के जिला पुरातत्व संग्रहालय किला परिसर में 19 से 22 मई तक भी म्यूजियम वॉक का आयोजन जारी रहेगा।