आदि कर्मयोगी अभियान की जिला स्तरीय प्रोसेस लेब का समापन
हर प्रशिक्षण से हमारा ज्ञान बढ़ता है तथा समावेशी बनकर जो प्रशिक्षण प्राप्त किया है, उसका लाभ जनजातीय समुदाय को मिलेगा ही। यह उदगार जनजातीय विभाग के सहायक आयुक्त नरोत्तम वरकड़े ने आदि कर्मयोगी अभियान की जिला स्तरीय प्रोसेस लेब के समापन अवसर पर व्यक्त की। उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले ब्लाक स्तरीय मास्टर ट्रेनर को समझाते हुए कहा कि इस अभियान से जुड़कर विभिन्न विभागों के साथ सेवा का कार्य किया किया जा सकता है। इस अवसर पर सहायक संचालक आनन्द पाठक ने भी सम्बोधित करते हुए उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों से प्रशिक्षण की बारीकियों को अपनाकर आगे के स्तर पर कर्मठता से कार्य करने का आव्हान किया गया। जनजातीय मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जनजातीय समुदायों के लिए आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत यहाँ एक तीन दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था। जिसमे जनजातीय कार्य विभाग,महिला एवम बाल विकास, स्वास्थ्य विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग तथा जिला पंचायत विभागों के प्रशिक्षणार्थियों ने विभिन्न गतिविधियों तथा सहायक सामग्रियों से क्षमता सवंर्धन की तकनीक सीखी। 64 प्रतिभागियों को राज्य स्तर के मास्टर ट्रेनरों ने प्रशिक्षण प्रदान किया जो अब ब्लॉक स्तर पर जाकर इस अभियान का प्रशिक्षण देंगे तथा अन्य एजेंसियों को क्रियान्वयन के लिए तैयार करेंगे। समापन समारोह मे श्री जितेंद्र जोधटा व श्री आर एस शुक्ला ने अनुभव कथन दिये। पूर्व में स्वागत श्री भगत सिंह दायमा व श्रीमती प्रीति सेन ने किया। सन्चालन डॉ नवीन राठौर ने किया तथा अंत मे आभार राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर श्री राकेश चौधरी ने माना।