जिला कौशल समिति धार की बैठक संपन्न राष्ट्रीय शिक्षुता संवर्धन योजना (NAPS) में धार जिला पूरे प्रदेश में अव्वल
जिला कौशल समिति धार की बैठक आज कलेक्ट्रेट सभागार में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जिले में संचालित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं, विभिन्न कौशल योजनाओं तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई। धार जिला प्रदेश में अव्वल बैठक के दौरान यह जानकारी दी गई कि राष्ट्रीय शिक्षुता संवर्धन योजना (NAPS) के अंतर्गत धार जिला समूचे प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा है। यह योजना देश में युवाओं के शिक्षुता प्रशिक्षण (Apprenticeship Training) को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से संचालित की जा रही है।शिक्षुता अधिनियम 1961 के अंतर्गत कार्यरत शिक्षुओं को प्रशिक्षण अवधि के दौरान आंशिक सहायकता प्रदान की जाती है। इस योजना में प्रशिक्षुओं को दिए गए न्यूनतम वेतन का 25 प्रतिशत (अधिकतम ₹1500 प्रति माह) तक का भुगतान केंद्र सरकार द्वारा प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से उनके बैंक खातों में किया जाता है।वित्तीय वर्ष 2025-26 में इस योजना के तहत धार जिले ने उत्कृष्ट लक्ष्य पूर्ति कर पूरे प्रदेश में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है।इस उल्लेखनीय उपलब्धि का श्रेय जिला प्रशासन, प्रशिक्षण संस्थाओं और उद्योगों के समन्वित प्रयासों को दिया गया, जिन्होंने युवाओं को रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण से जोड़ने में सराहनीय कार्य किया है। कौशल विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक में संचालित संस्थाओं में प्रवेश की स्थिति, आईटीआई प्रबंधन समिति के गठन, लेखा ऑडिट की समीक्षा तथा मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना (MMSKY) की प्रगति पर चर्चा की गई। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि अधिक से अधिक युवाओं को औद्योगिक प्रतिष्ठानों से जोड़ा जाए, ताकि रोजगार के अवसरों में वृद्धि हो सके। साथ ही, NAPS योजना के अंतर्गत पंजीकरण और प्रशिक्षण भुगतान की प्रक्रिया समयसीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। अन्य योजनाओं की समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना एवं विश्वकर्मा योजना की स्थिति की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने संबंधित विभागों को अद्यतन प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। CSR फंड के माध्यम से प्रशिक्षण संस्थाओं को उपकरण उपलब्ध कराने वाले उद्योगों को प्रोत्साहन पत्र जारी करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। कलेक्टर ने कहा कि CSR फंड से प्रदत्त उपकरणों का उपयोग प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने में किया जाए और संबंधित संस्थाओं का नियमित प्रमाणीकरण सुनिश्चित किया जाए। जीवन कौशल कार्यक्रमों की समीक्षा सक्षम योजना के अंतर्गत विद्यालय स्तर पर जीवन कौशल कार्यक्रमों की गतिविधियों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्देश दिए कि ऐसे सत्र नियमित रूप से संचालित किए जाएँ। बैठक में पिछली बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुपालन की स्थिति पर भी विस्तृत चर्चा की गई। औद्योगिक इकाइयों का सहयोग बैठक में बताया गया कि महिंद्रा टू व्हीलर पीथमपुर, IPCA लैबोरेट्रीज, और फिल्ला लेबोरेट्रीज जैसी औद्योगिक इकाइयों द्वारा CSR फंड के तहत आधुनिक प्रशिक्षण उपकरण प्रदान किए गए हैं, जिनसे जिले के युवाओं को अत्याधुनिक तकनीकी प्रशिक्षण का लाभ मिल रहा है। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभिषेक चौधरी, एसडीएम कुक्षी विशाल धाकड़,प्राचार्य आईटीआई धार श्री राजोरिया, विभिन्न औद्योगिक संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।