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सड़क सुरक्षा को लेकर धार प्रशासन सख्त — Zero Fatality Programme के तहत तीन प्रमुख मार्गों पर होंगे सुधार कार्य

कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी प्रियंक मिश्रा की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी भी उपस्थित थे। बैठक में Data Driven Hyper Local Intervention Programme और Zero Fatality Programme के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए। बैठक में IIT मद्रास और Save Life Foundation के विशेषज्ञ भी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए। बैठक के दौरान जिले में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मृत्यु दर को कम करने के लिए उठाए जाने वाले ठोस कदमों पर चर्चा की गई। कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर लघु परिशोधन कार्य, प्रवर्तन और जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के बीच समन्वय जरूरी है। कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल प्रवर्तन का नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी का विषय है। सभी विभाग मिलकर कार्य करें, ताकि सड़क दुर्घटनाओं में जनहानि शून्य तक लाई जा सके। Zero Fatality Programme के तहत जिले के तीन प्रमुख मार्ग — लेबड़-जावरा मार्ग, धार-नागदा मार्ग और आगरा-मुंबई मार्ग — को प्राथमिकता के आधार पर चिन्हित किया गया है। इन सड़कों पर सुरक्षा सुधार कार्यों के साथ ही रतलाम नाका स्थित निर्माणाधीन रेल ओवर ब्रिज के कारण मार्ग परिवर्तित करने तथा ब्रीज के दोनों ओर आवश्यक कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने गौतम स्कूल के सामने नवीन मार्ग जंक्शन को विकसित करने और जिले के सभी प्रमुख जंक्शनों पर वाहनों की गति नियंत्रण हेतु ठोस उपाय लागू करने के निर्देश भी दिए। साथ ही, सड़कों पर झाड़ियों की कटाई, रम्बल स्ट्रिप्स, रोड स्टड्स जैसे सुधारात्मक कार्य तत्काल कराने के लिए विभागों को पाबंद किया गया। बैठक में राहवीर योजना के प्रभावी प्रचार-प्रसार, कैशलेस उपचार योजना के बेहतर क्रियान्वयन और वृहद स्तर पर प्रवर्तन कार्यवाही करने पर भी जोर दिया गया। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डावर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारुल बेलापुरकर, एसडीएम राहुल गुप्ता, यातायात प्रभारी सहित परिवहन, लोक निर्माण, चिकित्सा, रेल्वे एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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