धार जिला मध्यप्रदेश का एक महत्वपूर्ण जिला है | धार जिले का पर्यटन के दृष्टिकोण से विशेष महत्व है | धार जिले की समृद्ध ऐतिहासिक परंपरा रही है एवं जिले में कई ऐतिहासिक महत्व के स्थल मौजूद हैं | धार नगर अपने आप में अतिप्राचीन होकर यहाँ भोजशाला, धार का किला, राजाओं की छत्री, राजवाड़ा, धारेश्वर मंदिर, कालिका मंदिर, आनन्देश्वर मंदिर, लाट मस्जिद आदि अनेक दर्शनीय स्थल स्थित हैं | धार जिले का माण्डव विश्व विख्यात ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है जहाँ प्रतिवर्ष हजारों विदेशी पर्यटक भ्रमण पर आते हैं | माण्डव का जहाज महल, रानी रूपमती महल, हिंडोला महल, जामी मस्जिद, नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर, श्रीराम मंदिर, हाथी दरवाजा आदि प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं | माण्डव के नजदीक ही अश्मधा फॉसिल पार्क में डायनासोर के अंडे एवं पुरातात्विक अवशेष संग्रहित किये गए हैं | बाग स्थित बौद्ध कालीन गुफाएँ अतिप्राचीन होकर जिले के समृद्ध इतिहास का प्रमाण हैं | बाग में जीवाश्म अभ्यारण्य की स्थापना की गयी है, जिसमें प्राचीन वृक्षों एवं डायनासोर के जीवाश्म संग्रहित किये गए हैं | इसके अतिरिक्त निसरपुर जनपद पंचायत के ग्राम कोटेश्वर में नर्मदा किनारे बना मंदिर एवं घाट, सादलपुर का जल महल, अमझेरा का किला व अमका झमका मंदिर, मोहनखेड़ा जैन तीर्थ, भोपावर स्थित शांतिनाथजी का मंदिर, गंगा महादेव, बदनावर का उड़िया मंदिर आदि प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं |